L19 DESK : राज्य के कई बड़े आईएएस अधिकारी अब बीजेपी के रडार पर है। बीजेपी करप्शन के बहाने लगातार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साध तो रही ही थी, लेकिन अब बीजेपी अपने निशाने मे कई आईएएस अधिकारीयों को ले रही है। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के साथ अब भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े नेता भी आइएएस अधिकारियों को निशाने पर लेने लगे हैं। इन नामों में पूजा सिंघल, छवि रंजन तो हैं ही, राजीव अरुण एक्का, विनय चौबे, अविनाश कुमार सहित मनीष रंजन, मनोज कुमार जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम ने 26 सितंबर को प्रदेश कार्यालय में इन नामों को लेकर सियासी तपिश बढ़ा दी है। सत्तारूढ़ दलों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। यह तय है कि आने वाले दिनों में इस मसले पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच और अधिक तकरार बढ़ने वाला है।
बता दे कि जफर इस्लाम ने हेमंत सोरेन को झारखंड में करप्शन के स्लीपर सेल का इंचार्ज बताया था। दिल्ली और पटना में बैठे अपने आकाओं सोनिया गांधी, राहूल गांधी, लालू यादव, नीतीश कुमार तक लूट की राशि भेजने का भी आरोप लगाया था। मनरेगा, कोल आवंटन, अवैध खनन, लैंड स्कैम में 77000 करोड़ के घोटाले में शामिल होने की भी बात की थी।
वित्त मंत्री और रुरल डेवलपमेंट मंत्री (झारखंड) सहित कई अधिकारियों और बिचौलियों के लूट में शामिल होने का दावा किया था। हेमंत संग महालूट में अधिकारी और बिचौलियों के भी शामिल होने के आरोप लगाए थे। महालूट में पूजा सिंघल, मनीष रंजन, छवि रंजन की संलिप्तता बतायी थी. राजीव अरुण एक्का को ट्रांसफर, पोस्टिंग में एक्सपर्ट होने का दावा किया।
विनय चौबे का नाम भी महालूट में शामिल किया. इनमें से कई का शराब घोटाले में बड़ा रोल होने का आरोप लगाया. मनोज कुमार (आईएएस) की पोस्टिंग में लाखों रुपये के लेन-देन और इसमें मनीष रंजन का बड़ा रोल होने की बात कही। दलालों को बॉडीगार्ड उपलब्ध कराने में अविनाश कुमार (आइएएस) की संलिप्तता बतायी। वही प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सिन्हा के अनुसार हो सकता है कि जफर इस्लाम के पास कुछ आइएएस अधिकारियों से संबंधित जानकारियां हो। आने वाले दिनों में संभव है कि जांच एजेंसियों द्वारा जांच के क्रम में कुछ अहम बातें सामने आए।