L19 DESK : जिले के कपाली ओपी अंतर्गत कामारगोड़ा में स्वर्णरेखा नदी पर बने पुल पर बीते दिनों प्रतिमा स्थापना को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। इसके चलते दो समाज के बीच गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी। दो समाज के गतिरोध के बीच आदिवासी समुदाय द्वारा दल बल के साथ पुल पर “बिरसा मुंडा सेतु” बोर्ड लगाया गया था। वहीं, आज विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापित की गई।
रविवार को बड़े ही हर्ष उल्लास से कामारगोड़ा ग्रामसभा द्वारा बिरसा मुंडा सेतु में पारंपरिक रूप पूजा अर्चना कर शहीद बिरसा मुंडा की मूर्ति लगाई गई। मौके पर ग्राम प्रधान ने कहा पांच साल पहले इस पुल का नामकरण ग्राम सभा द्वारा पारित कर पारंपरिक विधि विधान से बिरसा मुंडा सेतु नाम से नामकरण किया गया था एवं बिरसा मुंडा सेतु नाम का एक बोर्ड लगाया गया था। आज इसी कड़ी में ग्राम सभा द्वारा बिरसा मुंडा सेतु में पारंपरिक पूजा पाट कर एक मूर्ति का अनावरण किया गया।
मौके पर ग्राम सभा के समर्थन में एवं इस गौरवशाली दिन का साक्षी बनने बिरसा सेना जमशेदपुर, भूमिज – मुंडा चुवाड़ सेना, कोल्हान एकता मंच एवं अन्य आदिवासी सामाजिक संगठन के लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर ग्राम प्रधान रवि सिंह सारदार ने कहा कि पूर्व में नामांकित स्वर्णरेखा नदी कामारगौड़ा स्थित शहीद बिरसा मुंडा सेतु में शहीद बिरसा मुंडा की मूर्ति सभी ने संयुक्त रूप से स्थापित किया और धरती आबा को नमन किया। इस मौके पर दिनकर कच्छप, सुनील हेंब्रम, रविंद्र सिंह सरदार, मानिक सरदार समेत हजारों आदिवासी समाज के लोग मौजूद थे।