L19 DESK : केंद्रीय मंत्री अमित साह अरूणाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अरुणाचल प्रदेश के दौरे में अमित शाह ने किबिथू इलाके में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ की शुरुआत की। सरकार की कोशिश है कि इस प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों में रहने वालों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो। किबिथू में लोगों के साथ जनसंपर्क कर रहे अमित साह ने कहा कि वह युग बीत चुका है जब कोई भारत की धरती पर कब्जा करता था। आज के समय कोई भी इसकी सीमा पर आंख उठाने की हिम्मत नहीं कर सकता है।
देश का कोई एक इंच भी जमीन नही ले सकता
अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांव किबिथू में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा कि सेना और आईटीबीपी कर्मियों की वीरता यह सुनिश्चित करती है कि कोई भी भारत की एक इंच जमीन का भी अतिक्रमण नहीं कर सकता है।
अमित शाह ने किबिथू के वीर सैनिकों को किया याद
उन्होंने पूर्वोत्तर में किए गए बुनियादी ढांचे और अन्य विकास कार्यों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में विकास करना मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। आगे उन्होंने कहा “वह जमाना चला गया जब कोई भी हमारी जमीन पर कब्जा किया करता था । अब सुई की नोक के बराबर भी जमीन पर कब्जा नहीं कर सकेगा ।
साल 1962 के युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले किबिथू के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए शाह ने कहा कि इस क्षेत्र के लोग संसाधनों की कमी के बावजूद अदम्य भावना से लड़े थे। अमित शाह ने आगे कहा कि अरुणाचल प्रदेश में कोई भी ‘नमस्ते’ नहीं कहता है क्योंकि लोग एक दूसरे को ‘जय हिंद’ कहते हैं जो “हमारे दिलों को देशभक्ति से भर देता है।
अरुणाचलवासियों के इस व्यवहार के कारण चीन जो उस पर कब्जा करने आया था, उसे पीछे हटना पड़ा। पहले सीमावर्ती क्षेत्रों से लौटने वाले लोग कहते थे कि वे भारत के आखिरी गांव में आ गए हैं, लेकिन मोदी सरकार ने इस कहानी को बदल दिया है और अब लोग कह रहे हैं कि वे भारत के पहले गांव में गए हैं।
शाह ने कहा, 2014 से पहले, पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र को एक अशांत क्षेत्र के रूप में देखा जाता था, लेकिन ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ नीति की वजह से अब यह अपनी समृद्धि और विकास के लिए जाना जाता है।