L19/Ranchi : ईडी की ओर से झारखंड के रांची, साहिबगंज और हजारीबाग समेत पश्चिम बंगाल और राजस्थान में हुई छापेमारी के बीच सत्ता पक्ष के विधायक दलों की बैठक संपन्न हुई। बैठक से निकलने के बाद हेमेंत सोरेन के इस्तीफे के बारे में सभी विधायकों का एक मत रहा, हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हैं और रहेंगे। इस्तीफे की बात झूठी है। विपक्षी दलों द्वारा सीएम के इस्तीफे को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। मगर ऐसा कुछ नहीं हो रहा। मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे।
बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई। विधायकों ने बैठक के बारे में कहा कि राज्य के ताजा राजनीतिक हालात पर विशेष चर्चा हुई। सीएम ने पूरे घटनाक्रम पर अपनी बात रखी और विधायकों को उससे रुबरू कराया। इसके बाद सभी विधायकों ने सीएम सोरेन के प्रति अपना विश्वास जताया। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार विकास और जनहित में लगातार प्रयासरत है और इसी तरह कार्य करती रहेगी।
सरफराज अहमद के इस्तीफे पर क्या कहा विधायकों ने ?
वहीं, जब कई विधायकों ने पूछा गया कि विधायक सरफराज अहमद ने गांडेय विधानसभा सीट से इस्तीफा क्यों दिया, तो इस बारे में उन्होंने कहा कि सरफराज अहमद ने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है। खासकर, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल ने कहा कि पार्टी को जरूरत को देखते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया। इसमें कोई जोर जबरदस्ती नहीं थी। उन्होंने स्वेच्छा से यह कार्य किया। प्रिवेंशन इस बेट्टर दैन क्योर (पहले से ही सावधानी बरतना बेहतर है)।
वहीं, इस दौरान गांडेय के विधायक रहे सरफराज अहमद ने इस्तीफे के बावजूद बैठक में शामिल होने की बात पर कहा कि उन्हें बैठक में बुलाया गया था। इसलिये वह शामिल हुए।