L19 DESK : देश के आम जनता के जीवन और आजीविका के साथ-साथ जनता के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, सद्भावपूर्ण जीवन पर केंद्र सरकार की नीतियों के विनाशकारी नीतियों के खिलाफ किसान मजदूरों के संयुक्त बैनर तले 26 से 28 नवंबर 2023 तक देश के सभी राज्य में राजभवन के समक्ष आयोजित तीन दिवसीय महापड़ाव कार्यक्रम आगे और बड़े संघर्षों के संकल्प के साथ मजदूर किसानों का तीन दिवसीय महापड़ाव संपन्न हो गया।
जनता बचाओ, देश बचाओ के उद्देश्य से वैकल्पिक नीतियों चार मजदूर विरोधी लेबर संहिताओं को समाप्त करना, किसानों के लिए वैधानिक एमएसपी सुनिश्चित करना, विनिवेश और एनएमपी के प्रयासों को समाप्त करना, बिजली संशोधन विधेयक एवं नई शिक्षा नीति वापस करना, अनौपचारिक क्षेत्र के कामगार , ठेकेदार कामगार एवं स्कीम वर्करों के लिए कानूनी तथा सामाजिक सुरक्षा , समान काम के लिए समान वेतन, शहरी क्षेत्रों के लिए रोजगार गारंटी तथा मनरेगा की मजबूतीकरण सुनिश्चित करना, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करना, पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क कम करना , मूल्य वृद्धि पर रोक लगाने के साथ-साथ राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए अमीर और कॉर्पोरेट पर उच्च कर लगाने तथा जन सुविधाओं के क्षेत्रों में सार्वजनिक निवेश में वृद्धि जैसे मांगों को लेकर प्रचार चलाया गया।
राजभवन रांची के समक्ष आयोजित , इस महापड़ाव कार्यक्रम में किसानों के अलावा , कोयला, इस्पात, तांबा, बॉक्साइट माईका, इंजीनियरिंग, अभ्रक, विद्युत, परिवहन, निर्माण, सेल्स प्रमोशन, बीड़ी उद्योग, सहित बड़ी संख्या में परियोजना कर्मी, गिग वर्कर , ठेका एवं आउटसोर्सिंग मजदूर शामिल हुए , जिसमें बड़ी संख्या में कामकाजी महिला भी थी। आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता मिथिलेश सिहं, भवन सिहं, सुफल महतो, प्रफुल्ल लिंडा ने संयुक्त रूप से किया. जबकि संचालन सीटू के महासचिव विश्वजीत देव ने किया। उदघाटन भाषण अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय नेता कॉमरेड अवधेश कुमार ने किया. सभा को झारखंड राज्य किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा, लिलाधर सिंह, अशोक यादव, सबिना खातुन, प्रकाश विप्लव, मीरा देवी, संजय वर्मा, बी,एन सिंह, संजय पासवान, राजेन्द्र गोप , एम,एल सिंह, महिला नेत्री वीणा लिंडा आदि ने सम्बोधित किया. संयुक्त मंच की ओर से बताया गया कि राजभवन, रांची के सामने,महापड़ाव के तीनों दिन पूरे राज्यों से 15000 से ज्यादा किसानों एवं मजदूरों की भागीदारी हुई
क्या है मुख्य मांगे ?
- महंगाई पर रोक लगाओ – GST और उत्पाद शुल्क के जरिए लूट बंद करो
- सभी के लिए रोजगार, खाद्य सुरक्षा,आवास , स्वास्थ्य, पानी, एवं बिजली सुनिश्चित करो
- सब्सिडी में कटौती और कॉरपोरेट को राहत वाली नीति वापस लो
- राष्ट्रीय संपदा एवं सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण बंद करो
- चार LABOUR CODES सहित कानूनों में कॉरपोरेट्-पक्षीय सभी संशोधन रद्द करो
- हर काम का उचित दाम – कानूनी MSP पर कृषि उपज की खरीद सुनिश्चित करो