L19/DESK : खनन पट्टा लीज मामले में सीएम हेमंत सोरेन से 14 अगस्त यानी आज ईडी के हीनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचने में पहुंचना था, लेकिन आज हाजिर नहीं होंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी से एक सप्ताह का समय मांगा है। गुप्त सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को देखते हुए मुख्यमंत्री ने ईडी से समय की मांग की है। इधर ईडी की ओर से उनके अनुरोध का जवाब दिया गया है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है,हालांकि उनके ईडी कार्यालय जाने को लेकर पूर्व से संशय की स्थिति बनी हुई थी। हालांकि ईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। ईडी कार्यालय के बाहर हलचल बढ़ी हुई है। कार्यालय के बाहर जैप के जवानों की तैनाती की गयी है,वहीं मौके पर हटिया डीएसपी भी मौजूद हैं।
बताते चलें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पहली बार पूछताछ करने वाली है,बल्कि इससे पहले पिछले साल साहिबगंज में एक हजार करोड़ के अवैध खनन और उससे जुड़े मनी लाउंड्रिंग केस में मुख्यमंत्री से पूछताछ हो चुकी है। सीएम हेमंत सोरेन पहली बार 17 नवंबर 2022 को ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे, यहां उनसे लगभग 10 घंटे तक ईडी की पूछताछ हुई थी। ईडी ने पत्थर खनन से जुड़े कई सवाल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन किये थे। इसके बाद सीएम ने ईडी को एक खुली चिट्ठी लिखकर चुनौती भी दी थी। जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार की संलिप्तता मानते हुए ईडी ने आठ अगस्त को समन भेज कर हाजिर होने को कहा था। केस नंबर 25/23 के आधार पर उन्हें नोटिस भेजा गया था। जिसमें उन्हें 14 अगस्त यानी आज ईडी कार्यालय बुलाया गया था।
इस संबंध में पिछले दिनों यह बात सामने आई थी कि 19 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ईडी को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक मिलने की सूचना थी । ईडी के पास कई और ऐसे सबूत हैं जिसके संबंध में मुख्यमंत्री से सवाल किए जाने हैं। ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि दो ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी थे। प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद भी कई खुलासे हुए हैं ,अब जमीन घोटाला मामले में भी सीएम और उनके परिवार का नाम सामने आ रहा है।