L19/Dumka : 10 बीघा जमीन के लिए पिता, पुत्र और एक अन्य की ओर से किये गये मुंशी सोरेन हत्याकांड का खुलासा हो गया है। दुमका के शिकारीपाड़ी के कहटलिया गांव के मुशी सोरेन की हत्या 30 जून को गांव के ही एक परिवार के लोगों ने कर दी थी। दो जुलाई को शिकारीपाड़ा की पुलिस ने मुंशी सोरेन का शव एक झाड़ी से बरामद किया था। मामले को लेकर मृतक की पत्नी सरोजिनी मुर्मू ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी। पुलिस ने हत्यारों को जेल भेज दिया है। जमीन, जायदाद, धर्म परिवर्तन, तथा लव जिहाद और अन्य मामले संताल परगना में तेजी से बढ़ने लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता भी बांग्लादेशी लोगों के संताल परगना में आकर जमीन की लूट करने को लेकर तेजी से इस पर पाबंदी लगाने की मांग कर रहे हैं। बांग्लादेशी लोग संताली युवतियों के साथ शादी रचा कर यहां बस रहे हैं। इसी सिलसिले में अब संताल में भी जमीन को लेकर घमासान शुरू हो गया है।
रानेश्वर के कहटलिया गांव में मुंशी सोरेन की हत्या को लेकर पुलिस ने गांव के ही रसिक मुर्मू, उसके बेटे प्रेम मुर्मू और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। पिता और पुत्र को घटना में संलिप्तता को लेकर जेल भेज दिया गया है, जबकि नाबालिग किशोर को बाल सुधार गृह दुमका भेजा गया है। तीनों ने दस बीघा जमीन के लिए मुंशी को गांव से बुलाकर मार डाला । इस बात का खुलासा सदर एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने शिकारीपाडा़ थाना में की। उन्होंने बताया कि दो जुलाई को शिकारीपाड़ा के केन्द्र पहाड़ी फुटबॉल मैदान के समीप झाड़ियों से एक शव बरामद हुआ ।