L19 DESK : चेशायर होम बरियातू में डेढ़ एकड़ जमीन की अवैध खरीद बिक्री मामले में गिरफ्तार किये गये डीड राइटर भरत प्रसाद और फरजी जमीन मालिक राजेश राय से पांच दिनों तक इडी पूछताछ करेगी। इडी की विशेष अदालत ने रांची के चेशायर होम रोड की लगभग एक एकड़ भूमि की बिक्री के पावर ऑफ अटोर्नी होल्डर भरत प्रसाद और राजेश राय से पूछताछ करने की इजाजत दे दी है। बुधवार को रांची प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की विशेष अदालत ने इडी के अधिकारियों की अरजी स्वीकार करते हुए यह आदेश दिया है।
मंगलवार को इडी ने विशेष अदालत से पूछताछ के लिए आग्रह किया था, इस पर आज बहस हुई। बहस में प्रवर्तन निदेशालय के विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार ने बहस के दौरान भरत प्रसाद और राजेश राय से जमीन घोटाले के बाबत पूछताछ करने को जरूरी बताया। यह भी कहा गया कि इस जमीन में गलत तरीके से आजादी के पहले का हुकुमनामा और फरजी वसीयतनामा बनवाया गया। इसके बाद पहले पुनीत भार्गव को राजेश राय ने जमीन बेची। पुनीत भार्गव ने इसे बाद में विष्णु अग्रवाल को बेच दिया। दोनों जमीन की बिक्री की जमाबंदी और लगान रसीद बड़गाई अंचल से की गयी। इसमें तत्कालीन अंचल अधिकारी शैलेश कुमार, हल्का कर्मचारी भानू प्रताप और अन्य की भूमिका रही थी।
रिमांड के दौरान पूछताछ में कई अहम खुलासे होंगे। साथ ही चेशायर होम रोड की भूमि की खरीद-बिक्री में शामिल कई चेहरों से पर्दा उठेगा। लैंड स्कैम की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी ईडी ने सोमवार को भरत प्रसाद और राजेश राय को गिरफ्तार किया था। चेशायर होम रोड की भूमि की खरीद-बिक्री में यह पहली गिरफ्तारी है। इससे पहले सेना के कब्जेवाली भूमि की खरीद-बिक्री में 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस जमीन पर उमेश गोप नामक व्यक्ति ने भी अपना दावा किया है और उसने इडी कार्यालय में इसकी शिकायत भी की थी।