L19 DESK : कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में दिये गये प्रोत्साहन राशि के मसले पर निर्दलीय विधायक सरयू राय के खिलाफ चाईबासा के एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के पर गलत तरीके से प्रोत्साहन राशि लेने का आरोप लगाया था, जिसे लेकर मंत्री बन्ना गुप्ता ने मानहानि का मुकदमा दायर किया था। इसी मामले को लेकर एमपी,एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज ऋषि कुमार ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
इस मामले पर रांची के डोरंडा थाने में भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।मंत्री बन्ना गुप्ता ने चाईबासा के एमपी-एमएलए कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि विधायक सरयू राय द्वारा मंत्री राजनीतिक षडयंत्र के तहत सोशल मीडिया एवं विभिन्न अखबारों के जरिये गलत जानकारी और झूठे तथ्य प्रसारित किये गये। इसमें बताया गया कि मंत्री बन्ना गुप्ता ने स्वयं एवं अपने लोगों को गलत तरीके से कोरोना प्रोत्साहन राशि दिलाया है।
जबकि स्वास्थ्य विभाग ने भी स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य सचिव समेत सभी लोगों को नियम के अनुसार ही प्रोत्साहन राशि वितरित करने की अनुशंसा की गई थी। बाद में मंत्री बन्ना गुप्ता ने स्वयं पहल करते हुए प्रोत्साहन राशि के निर्णय को अस्वीकार करते हुए वापस करने का निर्देश विभाग को दिया था।
कतिपय व्हाट्सएप ग्रुप में अफवाह उड़ रही है कि मेरे खिलाफ वारंट जारी हुआ है – सरयू राय
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कतिपय व्हाट्सएप ग्रुप में यह अफवाह उड़ायी जा रही है कि एमपी एमएलए कोर्ट चाईबासा ने मेरे विरुद्ध गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। इस बारे में मैंने जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना प्रभारी को फोन किया तो उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी वारंट तो दूर थाना में अभी तक कोर्ट से इस बारे में कोई समन नहीं आया है।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने 6 मई, 2022 को कोविड प्रोत्साहन राशि के वितरण में अनियमितता संबंधी मेरे वक्तव्य पर एमपी एमएलए कोर्ट चाईबासा में मानहानि का मुकदमा संख्या 121/2022 दायर किया था। ऐसे मुकदमे में कोर्ट प्रतिवादी को जमानतीय धारा में समन करके बुलाता है और उसके बाद मुकदमा आरंभ होता है। अभी तक ऐसा कोई समन न तो मुझे मिला था और न ही बिष्टुपुर थाना को मिला था।
न्यायालय ने गत 18 मई, 2022 को इस केस की सुनवाई किया था। मुकदमे की अगली तारीख 21 जुलाई, 2023 निर्धारित हुई है। उस दिन मैं न्यायालय के समक्ष उपस्थित होऊँगा और आवश्यकता पड़ी तो मुकदमे में जमानत हासिल करने की प्रार्थना करूँगा। आश्चर्य है कि बात का बतंगड़ बनाकर मेरे लिए गिरफ्तारी वारंट जारी होने की खबर फैला दी गयी और कई व्हाट्सएप गु्रप में बिना इसकी पुष्टि किए इस आशय की खबर चला दी गई। सुलभ संदर्भ हेतु कोर्ट के नोटिस की प्रति निम्नवत है।