L19/Deoghar : राज्य की ऐसी लचर व्यवस्था बनी है की क्या बताए एक ऐसी ही मामला देवघर जिला के देवघर अंचल कार्यालय का है, जहां जमीन संबंधित आवेदनों के निष्पादन के लिए रविवार को विशेष कैंप लगाया गया था, लेकिन म्यूटेशन के आवेदनों का निष्पादन नहीं हुआ। राजस्व विभाग की वेबसाइट के अनुसार, देवघर अंचल कार्यालय में 11 जून तक म्यूटेशन के 853 आवेदन पेंडिंग दिख रह है। इन आवेदनों की जांच तथा सुनवाई नहीं हो पाई है। इन आवेदनों की जांच हल्का कर्मचारी और सीआई द्वारा करने के बाद सीओ के लॉगइन में भेजा जाना है। परंतु, हल्का कर्मचारी व सीआई द्वारा अब तक जांच की प्रक्रिया ही पूरी नहीं किया गया है। इसके अलावा म्यूटेशन के 371 आवेदन सीओ के लॉगइन में फंसे हुए हैं।
लोगों ने म्यूटेशन के लिए अंचल कार्यालय को ऑनलाइन आवेदन दिया
30 दिनों में सीओ द्वारा म्यूटेशन नहीं किया गया है, कई लोगों ने म्यूटेशन के लिए अंचल कार्यालय को ऑनलाइन आवेदन दिया है, लेकिन बार-बार उन्हें किसी न किसी बहाने से लौटा दिया जा रहा है। 371 आवेदकों ने हार्डकॉपी भी संबंधित हल्का कर्मचारी को दिये हैं। इनमें कई लोग ऐसे हैं, जो चार से छह माह पहले आवेदन जमा किये थे। हालांकि, म्यूटेशन के आवेदनों के निष्पादन में मोहनपुर अंचल आगे है। मोहनपुर अंचल कार्यालय में म्यूटेशन के 210 आवेदन ही पेंडिंग हैं, जिसकी जांच हल्का कर्मचारी व सीआई द्वारा किये जाने के बाद मोहनपुर सीओ के लॉगइन में भेजा जायेगा।
पेंडिंग आवेदनों की संख्या बढ़ गयी है
देवघर सीओ मोतीलाल हेंब्रम ने बताया कि म्यूटेशन के पेंडिंग 853 आवेदनों में अधिकतर नये हैं। मेरे लॉगइन में ऑनलाइन मिले 371 आवेदनों का सत्यापन हार्डकॉपी से करना है। कई लोगों द्वारा हार्डकॉपी जमा नहीं किया गया है। इस वजह से आवेदन लॉगइन में पेंडिंग हैं। जिनके आवेदन सही पाये जायेंगे, उसे निष्पादित किया जायेगा। त्रुटि मिलने पर रिजेक्ट कर दिया जायेगा। विशेष कैंप की तैयारी की वजह से थोड़ी देर हुई है। पेंडिंग आवेदनों की संख्या बढ़ गयी है। दो दिनों के अंदर पेंडिंग 371 आवेदनों के निष्पादन की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी।