L19/DESK : रविवार रात भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम ने एक बार फिर से देश का नाम रौशन करते हुये इतिहास रच दिया है। टीम ने जूनियर महिला एशिया कप 2023 का खिताब पहली बार जीत कर देश का नाम विश्व मे रौशन किया है। इस मैच के फाइनल में टीम इंडिया के सामने साउथ कोरिया की मजबूत टीम से चुनौती थी, जिसमे भारतीय महिला टिम ने टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम साउथ कोरिया को 2-1 से हराया।बताते चले कि इस टूर्नामेंट साउथ कोरिया ने सबसे ज्यादा 4 बार अपने नाम किया है।
फ़ाइनल खेल काफी रोमांचक रहा, पहला क्वार्टर गोल रहित बराबर रहने के बाद भारत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर अनु के गोल की बदौलत बढ़त बनाई। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अनु ने गोलकीपर के बाईं ओर से गोल दागते हुए भारत को 1-0 से आगे किया। दक्षिण कोरिया ने हालांकि तीन मिनट बाद पार्क सियो यिओन के गोल की बदौलत स्कोर 1-1 कर दिया। नीलम ने 41वें मिनट में दक्षिण कोरिया की गोलकीपर के दाईं ओर से गोल दागकर भारत भारतीय टीम ने इसके बाद अंतिम क्वार्टर में अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की। दक्षिण कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर के रूप में गोल करने के कई मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी।
इससे पहले 2012 मे महिला जूनियर एशिया कप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, जब टीम बैंकॉक में पहली बार फाइनल में पहुंची थी, लेकिन चीन से 2-5 से हार गई। इस जीत से खुश होकर हॉकी इंडिया ने सभी खिलाड़ियों कों 2-2 लाख रूपिये ईनाम देने की घोषणा की है। झारखंड से भारतीय टीम मे तीन बेटियों ने भाग लिया था, जिसका नाम इस प्रकार है दीपिका सोरेंग, महिमा टेटे और रोपनी कुमारी। इस जीत पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राज्यपाल सीपी राधाकृशसन ने भारतीय जूनियर महिला टीम को शुभकामनायें दी है।