L19/DESK : कॉंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार देर रात न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया, यह कार्यक्रम न्यूयॉर्क के जेविट्स सेंटर में हुआ। इस सेंटर मे 5 हजार प्रवासी भारतीय जुटे। राहुल ने भाषण से पहले ओडिशा ट्रेन हादसे मे मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश को पीछे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा- आप सब कार में बैठकर इस कार्यक्रम में आए, अगर आप सिर्फ रियर व्यू मिरर में देखकर गाड़ी चलाएंगे, तो क्या सही से चला पाएंगे। एक के बाद एक हादसे होंगे। लेकिन पीएम मोदी देश की गाड़ी ऐसे ही चला रहे हैं, वे सिर्फ पीछे की तरफ देख रहे हैं और फिर हैरान हो रहे हैं कि हादसे पर हादसे क्यों हो रहे हैं। आरएसएस और भाजपा पीछे की सोच रखते हैं, उनसे कुछ भी पूछो, वो पीछे की तरफ देखने लगते हैं। उनसे पूछो ट्रेन हादसा कैसे हुआ, तो वो कहेंगे कि कांग्रेस सरकार ने 50 साल पहले ये किया था। उनसे पूछो कि आपने टेक्स्ट बुक से पीरियॉडिक टेबल क्यों निकाल दिया, तो वो कहेंगे कि कांग्रेस ने 60 साल पहले ये किया।
सेंटर मे सभा को संबोधित करते हुये राहुल ने कहा कि मुझे आप लोगों से बहुत प्यार है। आई लव यू। इसके बाद राहुल ने पूछा कि क्या आपने कभी भाजपा की किसी मीटिंग में ऐसा सुना है कि लोगों ने एक-दूसरों को आई लव यू कहा हो? कांग्रेस की बैठकों में ये आम बात है। इसलिए मैं कहता हूं कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान चलाने आए हैं।
राहुल ने कहा कि यहां आप सबको देखकर मुझे गर्व होता है। आपकी विनम्रता देखकर मैं खुश हूं। आप सभी प्रवासी भारतीय अमेरिका आए तो अपने साथ अहंकार नहीं लाए। आप सीमित संसाधनों के साथ यहां आए और उससे कुछ बेहतरीन बनाया। आप सभी का सफर अनोखा रहा है। ये न तो किसी से कम है न ज्यादा। राहुल ने कहा कि देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है। इसमें एक तरफ महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे है। गोडसे ने गांधी को मारा, क्योंकि वह अपनी जिंदगी से खुश नहीं था। उसे किसी पर अपना गुस्सा निकालना था, तो उसने ऐसे इंसान को चुना जो भारत की आत्मा का प्रतिनिधित्व करता था। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी मॉडर्न थे, वे आगे की बात करते थे। गोडसे कायर था, वह सिर्फ बीते हुए कल की बात करता था।
भाजपा इस विचारधारा को मानती है। हम महात्मा गांधी की सत्य और अहिंसा की विचारधारा को मानते हैं। राहुल बोले कि भाजपा और PM मोदी अपनी गलतियों के लिए दूसरों पर इल्जाम डालते हैं। जब कांग्रेस की सरकार में हादसा हुआ था, तो कांग्रेस ने कभी नहीं कहा कि ये अंग्रेजों की गलती से हुआ। कांग्रेस के रेल मंत्री ने हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था। राहुल ने कहा कि कांग्रेस कभी भी हिंसक या गुस्से में नहीं होती। ये हमारा स्वभाव है ही नहीं। यही हमारी ताकत है। हमने कभी PM मोदी को लेकर चीख पुकार नहीं मचाई। हमने अपना व्यवहार नहीं बदला, क्योंकि आप नफरत को नफरत से नहीं काट सकते। उनका काम नफरत फैलाने का है, हमारा काम मोहब्बत फैलाने का है। यही है नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान।राहुल ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि आप अपने दिल में मोहब्बत वाला हिन्दुस्तान लिए घूमते हो। आप किसी की मदद करने से पहले उसका धर्म और जाति नहीं पूछते।
लोगों को गुस्सा, अकड़ दिखाना या हिंसा करना भारतीय संस्कार नहीं हैं। अगर ये भारतीय संस्कार होते तो हम महात्मा गांधी, गुरु नानक और अंबेडकर के रास्तों पर नहीं चल रहे होते। उन्होंने कहा कि नया चलन चल पड़ा है कि अगर आपको भारतीयता दिखानी है तो आपको गुस्सा करना होगा, लोगों को गाली देनी होगी, दूसरों के साथ अभद्रता करनी होगी। हम इसे भारतीयता मानने से इनकार करते हैं। राहुल ने कहा कि अगली बार अमेरिका आया तो मैं शिकागो, डैलस, अटलांटा जैसे दूसरे राज्यों में भारतीय समुदायों से मिलना चाहूंगा। मैं आप सबके साथ एक प्यारभरा आत्मीय रिश्ता बनाना चाहता हूं। जहां आप मुझसे अपने मन की बात कह सकें। मैं यहां आकर अपने मन की बात नहीं करना चाहता हूं।