L19/Ranchi : 20 साल से फरार चल रहे 45 वर्षीय पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को रविवार को नयी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। झारखंड पुलिस और एनआईए को बड़े सालों के बाद यह सफलता हासिल हुई है। दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर विमान से रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट लाया गया। वहां से उन्हें एनआइए कार्यालय ले जाया गया जहां उनसे पूछताछ चल रही है। दिनेश गोप को टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
पिछले 1 साल से नेपाल में सिख बनकर रह रहा था गोप
दिनेश गोप पिछले एक साल से नेपाल में था। वहीं से वह झारखंड में संगठन चला रहा था। झारखंड पुलिस और एनआईए ने नेपाल में संयुक्त ऑपरेशन के तहत दिनेश गोप को अंततः गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद नेपाल से गिरफ्तार दिनेश गोप को पहले दिल्ली लाया गया और फिर वहां से रांची लाया गया।
बता दें, दिनेश गोप के ऊपर झारखंड पुलिस ने 25 लाख का इनाम रखा था। वहीं, एनआईए ने उनपर 5 लाख के इनाम की घोषणा की थी। सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से जानकारी मिली कि दिनेश नेपाल में हुलिया बदल कर रह रहा था। सिख बनकर उसने पगड़ी पहन रखी थी। पीएलएफआई सुप्रीमों के खिलाफ 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। राज्य के कई नक्सली हमलों में दिनेश गोप का नाम सामने आया है। झारखंड में कई बार सुरक्षा बलों ने उन्हें घेरा, मगर हर बार वह बच कर निकलने में कामयाब हो जाता था। कई बार मुठभेड़ में भी वह घेराया, मगर भागने में सफल हो जाता था।
बता दें, दिनेश गोप के खिलाफ 150 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। 2007 के बाद से ही सुरक्षा एजेंसी और पुलिस, दिनेश गोप की तलाश कर रही थी। झारखंड में कई नक्सली हमलों में दिनेश गोप का नाम सामने आया था। इधर, साल 2020 में एनआईए की टीम ने दिनेश गोप की दोनों पत्नियों शकुंतला कुमारी और हीरा देवी को गिरफ्तार किया था।
दिनेश गोप का वायरल ऑडियो
दिनेश की गिरफ्तारी के बाद उसका एक ऑडियो भी वायरल हुआ है। एक दिन पहले ही उसने रांची के बीजेपी नेता को धमकी दी थी। रांची BJP के जिला महामंत्री बलराम सिंह को उसने फोन कर 10 AK-47 राइफल की मांग की थी। राइफल नहीं देने पर उसने “अंजाम भुगतने” की धमकी भी दी थी। बलराम सिंह ने गोंदा थाना में दिनेश गोप के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।