L19/Hazaribagh : हजारीबाग जिले में तीन माह के दरबियान 28 लोगों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिया। यह अनुमान शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पोस्टमार्टम रजिस्टर के मुताबीत बताया जा रहा है। आत्महत्या करने वालों में अधिकांश युवतियां और महिलाएं हैं। उनकी संख्या करीब 50 फीसदी है। इनमें किसी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली, तो किसी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जांच करने पर पता चला कि आत्महत्या करने की मुख्य वजह मानसिक तनाव है। काफी कम केस में मेंटल डिस ऑर्डर में आत्महत्या की बात सामने आई।
अधिकतर मामले घरेलू विवाद तथा प्रेम प्रसंग से जुड़े हुए मामले है। एक मामले में करियर को लेकर छात्र परेशान हो कर उसने आत्महत्या कर ली। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉ रूपा ने कहा कि मानसिक तनाव से उबरने के लिए काउंसिलिंग की जरूरत है। आत्महत्या करना उचित नहीं है महिलाएं भावनात्मक रूप से काफी गंभीर रहती हैं। मानसिक तनाव के कई फैक्टर होते हैं। वह परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
शादी के बाद महिलाओं का दायित्व बोझ बढ़ जाता है। ऐसे में पुरुषों को सहयोग करने की जरूरत होता है। पुरुष भी महिलाओं को हर क्षेत्र में सहयोग करते हैं। उसके बाद भी कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं, जहां लोग अपना आप खो देते हैं। मन में पनपने वाले नकारात्मक बोध से उबरने की जरुरत है। निराशा के भाव आने पर उन्होंने कई बार लोगों को उससे उबरने की सलाह देती रही हैं। ऐसी स्थिति आने पर मनोचिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। मेंटल डिस ऑर्डर का इलाज दवाओं से भी संभव है। परिस्थितियां जो भी हो लोगों को आत्महत्या नहीं करनी चाहिए।