L19 DESK : टमाटर की उफनती कीमतों पर नियंत्रण पाने के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ‘टमाटर ग्रेड चैलेंज’ शुरू करने का फैसला लिया है। इस ग्रेड चैलेंज में टमाटर के उत्पादन, प्रसंस्करण और भंडारण में सुधार के लिए सृजनात्मक विचारों को आमंत्रित किया जाएगा। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि इससे देश के युवाओं को आगे आने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि टमाटर ग्रेड चैलेंज इसी सप्ताह से शुरू होगा. नवोन्मेषी विचारों को आमंत्रित करने के बाद प्रोटोटाइप बनाया जाएगा. फिर इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
केंद्र सरकार ने ऐसा प्रयोग प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए पहले किया है। विभागीय सचिव का कहना है कि टमाटर की यह कीमतें अस्थाई और मौसमी है। कुछ इलाकों में बारिश से परिवहन पर असर पड़ा है। इस बीच तमिलनाडु सरकार ने राज्य में फार्म फ्रेश आउटलेट्स के माध्यम से टमाटर 68 रुपये प्रति किलोग्राम बेचने का फैसला किया है। सरकार की योजना है कि इस कीमत को जल्द ही और कम किया जाए। बता दें कि देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश और पैदावार कम होने की वजह से प्रमुख मंडियों में टमाटर का थोक भाव 60-80 रुपये और खुदरा मूल्य 100-120 रुपये प्रति किलोग्राम बेचा जा रहा है।