L19 DESK : वर्किंग महिलाओं के लिए राज्य के सभी जिलों में सखी निवास तैयार किए जाएंगे। बीते कुछ दिन पहले सभी जिलों को महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, के लिए राज्य सरकार की ओर से पत्र लिखा जा चुका है। इसके तहत विभिन्न जिलों में पहल भी शुरू कर दिया गया है। गुमला जिले में सखी निवास हॉस्टल के संचालन के लिए NGO से 25 अप्रैल तक आवेदन मांगे गए है। इसके साथ ही नशा मुक्त भारत अभियान के जरिए जिले में नशा विमुक्ति सेंटर (डीडीएसी) के संचालन के लिए भी गैर सरकारी संस्थाओ से इच्छा की अभीव्यक्ति के तहत प्रस्ताव इसी तिथि तक मांगे गए है ।
सभी जिलों में डीसी को भेजे गए पत्र में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार और 15वें वित्त आयोग की 2021-2022 से 2025-26 की अविधि में महिलाओ की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए एक समग्र और समेकित योजना मिशन शक्ति का आयोजन निर्धारित किया गया । मिशन शक्ति के अंतर्गत पहले से चली आ रही योजना के रूप में संबल और सामर्थ्य योजना नाम से शुरू किया जाना है । सामर्थ्य उपयोजना के अंतर्गत पुवर से चल रही योजना कामकाजी महिला छात्रावास योजना का बदल कर सखी निवास किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य आजीविका महिलाओं को डे केयर की सुविधा के अलावा आवास की उपलब्धता को बढ़ावा देना।
इसी तरह से नशा मुक्ति सेंटरों की जरूरत सभी जिलों में पड़ती है । ऐसे में इसके लिए भवन निर्माण के बाद इसके संचालन करने के लिए एनजीओ, एजेंसीयों की सहायता लेनी होगी । ऐसे सेंटरों के तहत जिले स्तर पर ही नशा के शिकार या प्रभावित लोगों को नशा मुक्त कराने में सहयता मिलेगी ।
महिला, बाल विकास विभाग के अनुसार प्रावधानों के अनुसार राज्य के सभी जिलों में सखी निवास का संचालन योग्य एनजीओ, गैर सरकारी संस्थाओ के जरिए किया जाना है । इसका चयन जिले के डीसी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा होना है । चयनित संस्थाओ के संचलान के लिए अनुदान राशि उपलब्ध कराई जाएगी । विभागीय सचिव ने जिलों के डीसी से सखी निवास के संचालन हेतु अनुशंसा के साथ योग्य एनजीओ, संस्थाओ का प्रस्ताव मिशन शक्ति के अनुरूप मांगा है ।