पेयजल और स्वच्छता विभाग के इंजीनियरों की कारीगरी
अब तक 40 फीसदी तक भी नहीं हुआ है काम पूरा, एसडीओ कर रहे हैं समीक्षा
L19 : झारखंड के ग्रामीण इलाकों में पीने का पानी पहुंचाने में भी खेल जारी है. अहर्ता पूरा नहीं करनेवाली कंपनियों को जिस तरह टेंडर एलाट किये गये. वह जांच का विषय है.
पुर्णिया की कंपनी यानी बिहार की कंपनी रामसखी इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड औऱ कुमार ब्रदर्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को पेयजल और स्वच्छता विभाग के रांची पश्चिम डिविजन से बेड़ो में 24 करोड़ से अधिक का मल्टी विलेज जलापूर्ति योजना का काम दे दिया गया.
कुमार ब्रदर्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को 7 ए पैकेज का 5.92 करोड़ रुपये का काम दिया गया. इसके अलावा रामसखी इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को 7-बी 3 के लिए 8.65 करोड़ रुपये और इसी तरह 7-ए2 के तहत 9.19 करोड़ रुपये का काम दिया गया. इसके लिए वह सब उपाय निकाले गये, जो अहर्ता में था ही नहीं.
मजेदार बात यह है कि रामसखी इंटरप्राइजेज को DWSD/RW/SVS-03/2021-22, दिनांक पांच जुलाई 2021 को निकाली गयी निविदा में अहर्ता नहीं रखने की वजह से छांट दिया गया था. इस विज्ञापन का पीआर नंबर-249193 था.
रामसखी इंटरप्राइजेज ने इस निविदा के क्रं संख्या 19, 21, 23 और 26 के लिए पार्टीशिपेट किया था. नौ सितंबर 2021 को इसकी तकनीकी निविदा खोली गयी थी. एक अक्तूबर 2021 रामसखी इंटरप्राइजेज को एनआइटी में अहर्ता नहीं रखने की वजह से रीजेक्ट कर दिया गया था.
अब सवाल उठता है कि छह महीने के भीतर ही ऐसा क्या हो गया कि रामसखी और कुमार ब्रदर्स को 25 करोड़ का काम दे दिया गया. पहले से यह कंपनी पूर्णिया के जन प्रतिनिधि का नाम लेकर झारखंड में काम के लिए भटक रही थी.
उसके प्रतिनिधि अभिक सेन ने रांची पूर्व और रांची पश्चिम के अधिकारियों से कई बार बातचीत की. पर शुरू में काम नहीं बना. बाद में इनसे अभिभूत होकर रांची पूर्व और रांची पश्चिम के कार्यपालक अभियंता रहे अधिकारियों ने इतना बड़ा काम दे दिया.
बताते चलें कि जिस कार्य अनुभव के आधार पर इन्हें काम दिया गया, वह पुर्णिया में हुआ ही नहीं. सोलर जलापूर्ति का अनुभव नहीं रहने की वजह से एक अक्तूबर 2021 में इन्हें छांट दिया गया था. कंपनी का टर्नओवर अधिक था. पर सौर ऊर्जा जलापूर्ति का अनुभव भी इस कंपनी ने फरजी दिया था. यानी जो अनुभव पत्र कंपनी ने अपनी अहर्ता के क्राइटेरिया में रखा था, वह फरजी था, मैन्यूपुलेटेड था.