L19 : झारखंड विधानसभा में राहुल गाँधी के बयान ‘सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, से जुड़े मानहानि केस में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने दोषी करार दिया है, इस मामले में आज सदन में हुआ हंगामा। पाडेयाहाट विधायक प्रदीप यादव ने सदन में कहा की इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहा कि क्या इस देश में सरकार के खिलाफ बोलने की भी सजा दी जाएगी। क्या विपक्ष के नेता सरकार की आलोचना नही कर सकते हैं हैं उन्होंने कहा कि हम इसकी निंदा करते हैं। इसके बाद सरे कोंग्रेसी विधायक वेळ में आ गए और केंद्र सरकार तथा बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव महगामा विधायक दीपिका पांडेय ने राहुल गांधी को मिली सजा पर कहा आज के दिन ही भगत सिंह का शहादत दिवस है आज के दिन ही राहुल गांधी के साथ ऐसा हुआ है हम डरने वाले नही है पीएम ओर बीजेपी राहुल गांधी से डर गई ।
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि हम कोर्ट के निर्णय पर टिप्पणी नही करेंगे मगर ये लोकतंत्र की हत्या करवाई गई है बीजेपी के इशारे पर राहुल गांधी से बीजेपी डर गई है सदन में राहुल गांधी को बोलने नही दिया जाता है इस विषय पर कांग्रेस सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।
बता दे की राहुल गाँधी को 2 साल की सजा सुनाई। इसके बाद, उन्हें जमानत दे दी गई। उन्होंने कोर्ट में कहा कि बयान देते वक्त मेरी मंशा गलत नहीं थी।उन पर पिछले 4 साल से मानहानि का मामला चल रहा था। इससे पहले कोर्ट ने 17 मार्च को इस मामले में सभी दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था। फैसले के वक्त राहुल कोर्ट में मौजूद थे।
धारा 500 में दोषी करार
सजा सुनाये जाने के बाद राहुल गाँधी ने कहा की वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते रहे हैं, उन्हने कहा कि जानबूझकर ऐसी टिप्पणी नही की थी। राहुल गाँधी को आईपीसी की धारा 500 के तहत दोषी करार दिया गया है। इस धारा में 2 साल की सजा का प्रावधान है। राहुल के वकील ने कोर्ट से कहा- इस पूरी घटना में कोई घायल नहीं हुआ। इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसलिए हम किसी प्रकार की दया की याचना नहीं करते हैं।
पूरा मामला क्या हैं ?
यह मामला 2019 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले का है। आरोप है कि कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, “कैसे सभी चोरों का सरनेम मोदी है?”। उनके इस बयान के बाद भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि राहुल गांधी ने इस टिप्पणी से पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया।