L19 DESK : कोयला खदान के हब वाले जिले धनबाद के लिये एक अच्छी खबर है। पिछले 10 सालों से प्रदूषण की मार झेल रहे धनबाद वालों के लिये ये खबर अप्रत्याशित होने वाली है क्योंकि स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में धनबाद को देशभर में 19वां स्थान मिला है। देश के शीर्ष 30 स्वच्छ शहरों में झारखंड से केवल धनबाद का ही नाम है। इस रिपोर्ट के अनुसार, धनबाद की हवा बेंगलुरु, पटना और पुणे से भी ज्यादा स्वच्छ है।
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में 10 लाख से ऊपर की आबादी वाले शहरों में इंदौर 187 अंकों के साथ पहले नंबर पर आया है। धनबाद ने 200 अंकों में से 164.1 अंक हासिल किया है। इसके साथ ही इस सूची में पटना 27वें, बेंगलुरु 25वें और पुणे 29वें स्थान पर है। कोयला क्षेत्र होने के बावजूद धनबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में इतनी सुधार बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में प्राण ऑनलाइन पोर्टल पर शहरों द्वारा भी स्व-मूल्यांकन किया जाता है। शहरों को ठोस अपशिष्ट, सड़क धूल, निर्माण और विध्वंस कचरे का प्रबंधन, वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण और औद्योगिक प्रदूषण के संबंध में किए उपायों की रिपोर्ट देनी होती है।
कैसे आयी धनबाद में प्रदूषण में कमी?
1. ग्रीन पैच को बढ़ावा देने को निगम ने 30 हजार से अधिक पौधे लगाए
2. वाटर स्प्रिंकलर मशीन से सड़कों पर पानी छिड़काव किया गया
3. रोड स्वीपिंग मशीन से सड़कों पर धूलकण की मात्रा कम हुई
इस संबंध में नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने कहा, ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में धनबाद को देशभर में 19वां स्थान मिला है। शहर की हवा में प्रदूषण कम करने की दिशा में नगर निगम लगातार काम कर रहा है। देश के शीर्ष 30 शहरों में धनबाद का शामिल होना बड़ी बात है।’