L19 DESK : सरायकेला-खरसांवा के तिरूलडीह थाना कांड के आरोपी नक्सलियों को नेशनल इन्वेस्टीगेटिंग एजेंसी (एनआइए) ने मोस्ट वांटेड घोषित कर दिया है। नक्सलियों ने पांच पुलिस कर्मियों की हत्या 16 जून 2019 को कुकरूहाट बाजार में कर दी थी। उस समय पुलिस कर्मी पेट्रोलिंग कर रहे थे। उसी समय माओवादियों ने पुलिस टीम पर हमला करते हुए पांच को मौत के घाट उतार दिया था। नक्सलियों ने घटनास्थल से दो पिस्टल, 70 जिंदा कारतूस, तीन इंसास राइफल, 550 राउंड गोली, 10 मैग्जिन, पुलिस कर्मियों के बैलेट लूट कर ले गये थे। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने पुलिस वाहन को भी आग के हवाले कर दिया था।
एनआइए की तरफ से नक्सलियों पर अधिकतम सात लाख का इनाम घोषित किया है। सात लाख के मोस्ट वांटेड नक्सली में सचिन मार्डी, पांच लाख के इनाम वाले अमित मुंडा, तीन लाख का इनामी प्रभात मुंडा, दो लाख का इनाम वाला गुलशन मुंडा, एक लाख का इनाम वाला रवि और अतुल महतो तथा 50-50 हजार के इनाम वाले प्रदीप मंडल और एनम हस्सा पूर्ति शामिल हैं। सरायकेला में माओवादियों का के दस्ते ने हथियार की जरूरत को लेकर पुलिस कर्मियों की हत्या की थी।
इस कांड की साजिश रचने में भाकपा माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के सदस्य पतिराम मांझी उर्फ अनल, महाराज प्रमाणिक, अमित मुंडा जैसे बड़े माओवादी शामिल थे। एनआइए की जांच में यह तथ्य सामने आ चुका है कि कुकड़ूहाट में सुरक्षा बलों पर हमले की योजना सेंट्रल कमेटी सदस्य अनल दा के नेतृत्व में हमले के एक माह पहले बनाई गई थी। इसे घटना के एक दिन पहले अरहंजा जंगल में अंतिम रूप दिया गया था। जहां नक्सलियों ने हमले का पूर्वाभ्यास किया था।