L19 DESK : झारखंड में ईडी की छापेमारी जोरों से चल रही है सूचना के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रांची के पूर्व DC आईएएस अधिकारी छवि रंजन सहित कुछ अंचल अधिकारियों तथा जमीन दलालों के ठिकानों मे छापेमारी की गई है। बता दें की आईएएस छवि रंजन अभी समाज कल्याण विभाग का निदेशक पद पर कार्यरत है, दीनदयाल नगर में है छवि रंजन का आवास। सेना की कब्जे वाले जमीन की खरीद बिक्री मामले पर ईडी कर रही है छापेमारी।
बताया जा रहा है कि रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री मामले में ईडी यह कार्रवाई कर रही है। इससे पहले ईडी ने बीते पांच नवंबर 2022 को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल एवं एक अन्य व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, खरीद-बिक्री में शामिल प्रदीप बागची, दिलीप घोष व दो रजिस्ट्रार से जुड़े दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी।
जहां तक बात सेना के कब्जे वाली जमीन की खरीद-बिक्री का है तो इसमें फर्जीवाड़ा का खुलासा आयुक्त की जांच रिपोर्ट में पहले ही हो चुका था। उक्त रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के व्यक्ति ने फर्जी रैयत बनकर जगत बंधु टी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिलीप कुमार घोष को उक्त जमीन बेच डाली थी।
जमीन की खरीद-बिक्री के लिए रजिस्ट्री में प्रदीप बागची ने जिस होल्डिंग नंबर से संबंधित दो अलग-अलग कागजातों को लगाया था, वह जांच में फर्जी निकली थी। इसके बाद रांची नगर निगम की ओर से भी बरियातू थाना में मामला दर्ज कराई गई थी। रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने नगर आयुक्त के आदेश पर जून में प्रदीप बागची के विरुद्ध धोखेबाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
उन्होंने इल्जाम लगाया था कि प्रदीप बागची ने फर्जी आधार कार्ड, फर्जी बिजली बिल, फर्जी पोजेशन लेटर दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था। आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था। ईडी ने इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था।