L19 DESK : झारखंड से चार संस्कृत कर्मियों को भारत सरकार के संस्कृत मंत्रालय का वर्ष 2020-21 का सीनियर फेलोशिप अवॉर्ड दिया गया है। इनमें दुमका की नीलम नीरद को जनजातीय चित्रकला, रांची की सीमा देवी को लोकगीत और रांची की ही मोनिता सिन्हा को थियेटर के लिए सीनियर फेलोशिप तथा बोकारो की आकांक्षा प्रियदशिर्नी को छऊ नृत्य के लिए जूनियर फेलोशिप अवॉर्ड के लिए चुना गया है। जबकि इसी वर्ष के जूनियर फेलोशिप अवॉर्ड के लिए राज्य से एक कलाकार का चयन किया गया है। इस वर्ष के लिए झारखंड से चार नामों को सीनियर और जूनियर फेलोशिप अवॉर्ड के लिए चुना गया, वे सभी महिलाएं हैं। बता दे कि यह फेलोशिप अवॉर्ड संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशिष्ट कला-साधकों को दिया जाता है, जिसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर होता है। यह फेलोशिप दो वर्ष के लिए मिलता है, जिसे योजना के अनुसार छह माह का अतिरिक्त विस्तार दिये जाने का भी प्रावधान है।
नीलम नीरद जनजातीय जादोपटिया चित्रकला की प्रख्यात कलाकार हैं। इनकी कलाकृतियां राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनियों में सराही गयी हैं। ये सम्मानित भी होती रही हैं।, नीलम संताल जनजातीय समाज के पारंपरिक भित्तिचित्रों पर भी शोधपूर्ण कार्य कर रही हैं। उन्हें यह फेलोशिप अवॉर्ड संताल जनजातीय भित्तिचित्र चित्रकला के शोध पूर्ण चित्रांकन, रूपांकन, संवर्धन और विस्तार तथा इसके नवोन्मेष के लिए दिया गया है।