- होगी सेना के कब्जेवाली जमीन मामले में पूछताछ
- 26 अप्रैल को की गयी छापेमारी के बाबत समन भेजने की तैयारी
L19 DESK : सेना की कब्जेवाली जमीन समेत रांची के ओरमांझी, रातू, बजरा, नगड़ी, बरियातू, सर्कुलर रोड में अवैध तरीके से किये गये जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर अब बड़े कारोबारियों को इडी ने नोटिस भेजा है। इडी ने इस मामले में अब सबसे बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल को समन किया है। सेना की जमीन खरीदनेवाले, बरियातू के चेशायर होम रोड, सिरमटोली में सेना की पांच एकड़ जमीन, कांके रोड, महिलोंग, सिंहमोड़ तथा अन्य जगहों पर विष्णु अग्रवाल ने 50 एकड़ से अधिक जमीन खरीदी है।
इसको लेकर रांची के अवर निबंधक वैभव मणि त्रिपाठी, कोलकाता के अपर निबंधक त्रिदिप मिश्रा को भी बुलाया गया है। वैभव मणि त्रिपाठी को एक मई, विष्णु अग्रवाल को आठ मई, त्रिदिप मिश्रा को दो मई को पूछताछ के लिए बुलाया है। रांची के तत्कालीन उपायुक्त छवि रंजन को भी चार मई को दुबारा हाजिर होने का निर्देश दियाहै।
13 अप्रैल को पूर्व डीसी छवि रंजन के 18 ठिकानों पर हुई छापेमारी के बाद आइएएस अधिकारी को 21 अप्रैल को बुलाया गया था। पर वे नहीं आये। इसके बाद 24 अप्रैल को थर्ड समन में वे इडी दफ्तर में पहुंचे। 24 अप्रैल को गिरफ्तार किये गये छह आरोपियों के समक्ष आइएएस छवि रंजन की क्रास क्वेश्चनिंग की गयी थी। इडी सेना के कब्जे वाली जमीन में अब तक कारोबारी विष्णु अग्रवाल को नहीं बुलायी थी। उन्होंने तबीयक खराब होने का बहाना बनाया था।
अब इडी इस प्रकरण की जांच कार्रवाई तेज करते हुए आगे बढ़ना चाह रही है। 13 अप्रैल के बाद फिर 26 अप्रैल को जमीन कारोबारी शेखर कुशवाहा, बिल्डर प्रिय रंजन सहाय, कांट्रैक्टर बिपिन सिंह, जमशेदपुर के रवि भाटिया, श्याम सिंह भाटिया के यहां इडी ने छापेमारी की थी।
इनके यहां से 40 लाख रुपये नगद बरामद किये गये थे। 13 अप्रैल की छापेमारी के दौरान कई फर्जी डीड, मुहर और स्टांप आदि बरामद हुए थे। बैंक और प्रॉपर्टी का डिटेल्स मांगा गया था। साथ ही उन्हें एक मई को हाजिर होने को कहा था। लेकिन शुक्रवार को उन्हें फिर समन जारी कर चार मई को पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है।
ईडी ने 26 अप्रैल को भी छवि रंजन के करीबियों के 6 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
इनमें जमशेदपुर के रवि सिंह भाटिया व श्याम सिंह, रांची के विपिन सिंह, शेखर कुशवाहा व प्रियरंजन सहाय शामिल थे। अब इन लोगों को भी जल्दी ही समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।