L19/Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को राज्य के 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मई के अंतिम सप्ताह तक 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति पूरी कर ली जायेगी। इसको लेकर कई अड़चनें आयी थी। पर उसे ठीक कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की दिशा पर यह एक महात्वाकांक्षी कदम सरकार ने उठाया है। सरकार का यह कदम के पीछे सबसे बड़ी भूमिका शिक्षा विभाग और शिक्षकों की है। उन्होंने कहा कि आप सबको मालूम है कि उत्कृष्ट विद्यालयों के प्राचार्यों का प्रशिक्षण आइआइएम में कराया है।
राज्य के हर बच्चे विशेष कर आदिवासी, जंगली, मजदूर के बच्चे, पिछड़े बच्चों को कैसे बेहतर शिक्षा उपलब्ध करायें, ताकि राज्य में वर्षों से आ रही पिछड़ेपन की समस्या समाप्त हो। इसमें आनेवाली पीढ़ी का बड़ा योगदान रहेगा। शिक्षा एक बहुत बड़ा सत्य है, जिसके माध्यम से हरेक चीज हासिल की जा सकती है। यहां के बच्चों को शिक्षा के विषय में प्राथमिकता के आधार पर काम करनी चाहिए थी, वह काफी विलंब से शुरू हो रहा है। आज चार से पांच हजार स्कूलों को अपग्रेड करने की बात हो रही है। सरकारी स्कूलों की संख्या 35 हजार से अधिक है।
उन स्कूलों में वर्षों से पढ़ाई-लिखाई हो रही है। हमने हर संभव पुरानी व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करते हुए नये आयाम दिये हैं। पारा शिक्षकों को भी मान सम्मान और अधिकार दिया। आज कंपीटीशन का दौर है, उस कंपीटीशन के दौर में हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा देना जरूरी है। आज हम नमन करते हैं स्वर्गीय जगरनाथ महतो का। उनका भी शिक्षा के विकास को लेकर लगातार प्रयास होता रहा था। अभी भी कई स्कूल ऐसे हैं, जहां कुछ काम बाकी है। तो निश्चित रूप से समय पर उसे पूरा किया जायेगा। उसे जल्द से जल्द पूरा किया जायेगा। अभी यह आंदोलन रूकेगा नहीं।
कड़ी नजर रखते हुए स्कूलों को अपग्रेड किया जायेगा, ताकि हम अपने बच्चों को आज के दौर की शिक्षा के बराबर में लायेंगे। गिरिडीह जिले में शिक्षकों की कमी है। यह हमें भी मालूम है। कई अड़चनें, बाधाओं से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पायी है। इन समस्याओं का समाधान निकाला जा चुका है। इस माह के अंत तक लगभग 25 हजार शिक्षकों की बहाली पूरी कर ली जायेगी। अलग-अलग चरणों में बहाली होनी होगी। समय-समय पर आकलन किया जायेगा। स्कूल प्रबंधन समिति से भी आग्रह है कि आप अहम भूमिका निभायें। स्कूलों के संचालन में भागीदार बनें।
सरकार व्यवस्था, आधारभूत संरचना, पुस्तक, शिक्षक दे सकती है, उसका मूल्यांकन और संचालन स्कूल प्रबंधन समिति करें। 5000 और स्कूलों को अपग्रेड करेंगे। अभी कई मंजिलें प्राप्त करनी है। वर्तमान में दो कमरों के स्कूल भी संचालित हो रहे हैं। एक शिक्षक पढ़ा रहे हैं। वहां भी स्कूल का माहौल तैयार करने और गरीबों को बेहतर शिक्षा देने की बात कर रहे हैं। यह व्यवस्था, परंपरा को बदलना होगा। इससे अलग हट कर निजी स्कूलों की तरह सरकारी विद्यालयों को विकसित किया जायेगा। सरकारी स्कूलों को भी और बेहतर किया जाये। उत्कृष्ट विद्यालयों में बच्चों की लंबी कतार लगे। देश और राज्य का एक मॉडल स्कूल बनाये।
शिक्षा को लेकर सरकार कई काम कर रही है। राज्य सरकार फोरेन स्कॉलरशिप दे रही है। छात्रों को शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप दे रही है। ड्राप आउट न हो, इसके लिए बच्चियों को जोड़ रहे हैं। एकलव्य प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री छात्रवृति योजना, गुरूजी क्रेडिट कार्ड लायी जा रही है। कई व्यवस्थाएं सरकार दे रही हैं। सरकारी विद्यालयों को कम कक्षाएं नहीं दी जा रही है। निजी स्कूलों का मैनेजमेंट बेहतर है, हमें उत्कृष्ट विद्यालयों का मैनेजमेंट बेहतर करना है। सरकार मुख्य सचिव के सुझाव को लागू कर उत्कृष्ट विद्यालयों को बेहतर तरीके से संचालित करेगी।
बच्चों का आह्वान करते हुए सीएम ने कहा कि आप प्रारंभिक शिक्षा के बाद इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, सीए, पत्रकार बनना चाहेंगे, तो खर्चा राज्य सरकार उठायेगी। सरकार सारी व्यवस्थाएं देगी। नौकरी की तैयारी भी करेंगे, तो हम कोचिंग करायेंगे। बैंक की नौकरी, बड़ी संस्था की नौकरी की तैयारी का कोचिंग का पैसा भी सरकार पैसा उपलब्ध करायेगी। पढ़ाई से डरने की जरूरत नहीं है। कस्तुरबा गांधी की बच्चियों की समस्याओं को सरकार दूर करेगी। कार्यक्रम में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्कूली शिक्षा और साक्षरता सचिव के रवि कुमार, विधायक नवीन जायसवाल समेत अन्य मौजूद थे।