L19 DESK : सरायकेला-खरसांवां जिले के कपाली थाना में प्लेसमेंट कंपनी ए2जेड के संयोजक और शराब माफिया अमित तलेजा पर सात मार्च 2023 को दर्ज करायी गयी प्राथमिकी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। दर्ज प्राथमिकी पर कार्रवाई नहीं होने से उत्पाद आयुक्त करण सत्यार्थी और सहायक आयुक्त जीपी सिंह ने संबंधित जिले के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी है। एक्साइज दरोगा निर्भय सिन्हा ने लोकतंत्र 19 को बताया कि अभी भी सरायकेला-खरसांवां में ए2जेड के संयोजक के रूप में काम कर उज्जवल झा और अमित तलेजा पर प्रिंट रेट से अधिक कीमत वसूलने को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।
इन दोनों पर विदेशी शराब के सभी ब्रांडों पर 10 रुपये से 30 रुपये अधिक लिये जाने की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उत्पाद दारोगा निर्भय सिन्हा के अनुसार जल्द ही उज्जवल झा और अमित तलेजा को गिरफ्तार करने के लिए वारंट भी निर्गत करने की बात डेढ़ महीने पहले कही गयी थी, पर अब तक कार्रवाई नहीं की गयी है। अमित तलेजा फरवरी माह से कई प्लेसमेंट एजेंसियों के साथ सट कर अरुणाचल प्रदेश, चंडिगढ़, पश्चिम बंगाल तथा अन्य प्रातों के महंगी शराब को अवैध तरीके से रांची के सभी शॉप, राज्य भर के बार में खपाने के धंधे में लगे हैं। अमित तलेजा का राजधानी रांची के लालपुर के पास डोज नामक का शराब का बड़ा स्टोर है। इनका रांची के राजधानी के बालसिरिंग में इस्टर्न मैन्यूफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड भी शुरू किया है। अमित तलेजा के प्लांट से भोकाल और रसीली ब्रांड से शराब का मैन्यूफैक्चरिंग किया जाता था। प्लांट परिसर से 35 हजार लीटर स्पीरिट भी बरामद किया गया था।
अब अमित तलेजा उत्पाद विभाग के कुछ अधिकारियों की शह पर ब्लैक लेबल, शिवास, ब्लू लेबल, ब्लैक डॉग, जानी वाकर समेत अन्य कंपनियों के ड्यूटी फ्री माल को रांची समेत पूरे राज्य में अवैध तरीके से सप्लाई कर रहे हैं। इनका दो नंबर का ह्वीस्की बाहर से बिना कोई कागजी दस्तावेज के झारखंड आता है और यहां आराम से उसे बेचा जा रहा है, वह भी मनमानी कीमतों पर। सूत्रों का कहना है कि अमित तलेजा की बंद पड़ी फैक्टरी में बाहर से आ रहे अवैध शराब की रीफिलिंग कर उसकी पैकिंग की जाती है। इसके लिए स्थानीय थाने से लेकर उत्पाद विभाग तक में सेटिंग की गयी है। वैसे भी इनकी पहुंच कई रसूखदारों तक भी है।