L19/DESK : केंद्रीय सरना समिति के प्रधान कार्यालय में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसका संचालन केंद्रीय सरना समिति के महासचिव अशोक उरांव ने किया। इस बैठक में मुख्य रूप से रांची नगर निगम द्वारा जो अधिसूचना मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा फुटबॉल स्टेडियम कचहरी रोड रांची के विषय में जारी किया उस पर केंद्रीय सरना समिति के सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर में पूरजोर विरोध किया है। सभी पदाधिकारियों ने बैठक में चर्चा किया कि जो ऐतिहासिक फुटबॉल स्टेडियम है उसे रांची नगर निगम पार्क घोषित कर के मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एवं ऐतिहासिक फुटबॉल स्टेडियम का नामो निशान मिटा देना चाहती है।
रांची नगर निगम के इस कार्य से पूरे आदिवासी समाज एवं खिलाड़ीयों और खेल प्रेमियों में रोष में है। और सारे लोग केंद्रीय सरना समिति के संपर्क में है और पूरजोर विरोध करने के लिए अपना समर्थन देने को तैयार है। इसलिए केंद्रीय सरना समिति प्रेस के माध्यम से रांची नगर निगम इस बात से अवगत कराती है कि और दिए गए निर्णय पर पुनः विचार करें। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष श्री बबलू मुंडा ने कहा कि ऐतिहासिक मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा फुटबॉल स्टेडियम एवं झारखंड के महान शिक्षाविद मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर रांची नगर निगम उसका व्यवसायीकरण करके आदिवासीयों का धरोहर को मिटाने का प्रयास कर रही है। इसलिए रांची नगर निगम को आगाह करते है नहीं तो केंद्रीय सरना समिति उग्र आंदोलन करेगी और आदिवासी समाज अपने समर्थकों के साथ पारंपरिक हरवे हथियार के साथ सड़क पर उतरेगी।
केंद्रीय सरना समिति चरण वध तरीके से अपने समर्थकों के साथ आंदोलन करेगी जिसमें पहले चरण में रांची नगर निगम का पुतला दहन रांची नगर निगम कार्यालय के समक्ष किया जाएगा मुख्य पहान श्री जगलाल पहान ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार एक तरफ करोड़ अरबो रूपया राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करने के लिए खर्च करती है और दूसरी तरफ खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ने के लिए खेल का मैदान को सरकार अपने प्रतिष्ठान (निगम) के द्वारा व्यवसायीकरण करके खेल का मैदान को खत्म करने में तुली है। इसलिए समय रहते रांची नगर निगम अपने अधिसूचना को वापस ले। इस बैठक में मुख्य रूप से केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष श्री बबलू मुंडा मुख्य पहान श्री जगलाल पहान महासचिव अशोक उरांव जगरनाथ तिर्की शिवधन मुंडा लक्ष्मण मुंडा मुन्ना हेमरोम मुकेश मुंडा राजेश पहान बिरसा लिंडा झारखंड आंदोलनकारी कुमोद कुमार वर्मा आदि उपस्थित थे।