L19 DESK : लोकसभा में जारी शीतकालीन सत्र के दौरान एक बार फिर से सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इस बार दो सांसद सी थॉमस और ए एम आरिफ को शेष अवधि के लिये निलंबित कर दिया गया है। इन्हें सदन की अवमानना के मामले में सस्पेंड किया गया है। इसके साथ ही अब तक कुल 143 सदस्य संसद से बाहर हो चुके हैं। इससे पहले भी बीते गुरुवार को 13 सदस्यों, सोमवार को 33 सदस्यों और मंगलवार को 49 सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया गया। ये सभी शेष अवधि के लिये सस्पेंड किये गये हैं।
ए एम आरिफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से और सी थॉमस केरल कांग्रेस के सांसद हैं। निलंबन के खिलाफ विपक्षी दलों ने प्रदर्शन शुरु कर दिया। सांसदों व प्रमुख नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष मुक्त संसद तथा एक पार्टी शासन वाली व्यवस्था चाहती है, इसलिये दिन ब दिन विपक्षी दलों के सांसदों को संसद से निलंबित किये जा रही है। इस दौरान निलंबित लोकसभा सदस्य व कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में कभी इस तरह से 150 सांसदों को सदन से बाहर नहीं किया गया। यह व्यवस्था का ऐतिहासिक दुरुपयोग है।
वहीं, ओमप्रकाश वाल्मिकी की कविता ठाकुर का कुआं सदन के अंदर पढ़कर चर्चा में आये राजद के सांसद मनोज झा ने निलंबन को लेकर कहा कि हम चांद का टुकड़ा नहीं मांग रहे हैं। हम गृह मंत्री से दोनों सदनों में बयान चाहते हैं। सुरक्षा चूक को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला मानना चाहिए। हमने गृह मंत्री के बयान की मांग की तो इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को निलंबित कर दिया गया।”