L19/E. Singhbhum : पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में हुए सात हाथियों की मौत के बाद वन विभाग और बिजली निगम का आमना सामना हुआ। इस दौरान दोनों ही विभाग गलतियों को सुधारने के बजाय एक दूसरे पर दोष मढ़ते नजर आय़े। चाकुलिया में दो और मुसाबनी में पांच हाथियों की मौत के बाद पहले बिजली निगम ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा। फिर वन विभाग के अधिकारी जिम्मेदारी लेने से कतराते नजर आय़े।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वाइल्ड लाइफ कुलवंत सिंह ने हाथियों की मौत पर कड़ी नाराजगी जतायी है। उन्होंने हाथियों की मौत को गंभीर अपराध बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोष बिजली विभाग के अधिकारियों का है। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ही हाथियों की दर्दनाक मौत हो गयी। तारों की ऊंचाई पर भारत सरकार का स्पष्ट गाइडलाइन है। जिले में कई जगह तार काफी नीचे नीचे हैं। बिजली विभाग के विरुद्ध वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत केस फाइल किया गया है।
कुलवंत सिंह ने कहा कि वन विभाग की ओर से कई बार बिजली विभाग के साथ पत्राचार किया जा चुका है। पीसीसीएफ ने पूरे कोल्हान क्षेत्र में ही हाथियों के आवाजाही वाले इलाकों में तारों की ऊंचाई पर ध्यान देने को कहा था। बिजली विभाग को पूरी सूची भी सौंपी गयी है। मगर इस पर कोई पहल नहीं की गयी।