L19 DESK : जम्मू कश्मिर के रजौरी में चल रही एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने दो पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराकर बड़ी सफलता हासिल की है। इनमें से एक आतंकी की पहचान कारी के नाम से हुई है, जिसकी एक्सपर्टिज़ बम बनाने में थी। इसके साथ ही वह स्नाइपर भी था। लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडरों में शामिल कारी काफी समय से सुरक्षा बलों के लिए सिरदर्द बना हुआ था। गौरतलब है, राजौरी के कालाकोट में कल से चल रही मुठभेड़ में अब तक दो अफसरों समेत 4 सैनिक शहीद हो चुके हैं।
सुरक्षा बलों ने रात भर रुकने के बाद सुबह एक बार फिर से एनकाउंटर शुरू किया, जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए। बता दें, राजौरी के कालाकोट के जंगलों में चल रहे एनकाउंटर में दो अफसरों समेत 4 सैनिक शहीद हो चुके हैं। पाकिस्तान के रहने वाले आतंकी कारी को लश्कर के सरगनाओं ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की नई लहर पैदा करने के लिए भेजा था। बताया जाता है कि वह आईईडी बनाने में एक्सपर्ट था। इसके अलावा, वह गुफाओं में छिपकर भी लंबे समय तक आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में माहिर था।
इस संबंध में जम्मू-कश्मीर में तैनात डिफेंस पीआरओ ने कहा कि वह एक प्रशिक्षित स्नाइपर भी था। इससे समझा जा सकता है कि सुरक्षा बलों को कितने बड़े आतंकी को मार गिराने में सफलता मिली है। उसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दी गई थी। लश्कर-ए-तैयबा में भी वह सीनियर कमांडरों में शामिल था। वह बीते एक साल से राजौरी पुंछ इलाके में आतंकवाद फैलाने में जुटा था। माना जाता है कि डांगरी और कांडी में हुए आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड वही था। यह एनकाउंटर तब शुरू हुआ है, जब सेना और पुलिस ने संयुक्त रूप से एक खुफिया इनपुट के बाद ऑपरेशन शुरू किया था।