L19/DESK : भारत में दिवाली यानी रोशनी और खुशियों का त्योहार के रूप में मनाया जाता है। दीपावली भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और सबसे बड़ी खासियत है कि केवल हिंदू ही नहीं, बल्कि देशभर में विभिन्न समुदाय के लोग भी अलग-अलग रूपों में दिवाली का त्योहार मनाते हैं। दीपावली का आध्यात्मिक संदेश एक ही है जो ‘अंधकार पर प्रकाश की, बुराई पर अच्छाई की और अज्ञान पर ज्ञान की जीत’ है। वहीं, विदेश के कई जगहों में भी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। भारत के बाहर, मलयेशिया, नेपाल, सिंगापुर और टोबैगो में त्रिनिदाद सहित देशों में दिवाली पर राष्ट्रीय अवकाश होता है। कई ऐसे कई देश जहां पर दिवाली को अलग-अलग अंदाजों में मनाया जाता है. तो चलिए आपको इन देशों के बारे में बताते हैं।
भारत का पड़ोसी देश नेपाल में दिवाली को त्योहार के रूप में मनाया जाता है। नेपाल में दीपवाली को स्वान्ति भी कहा जाता है। नेपाल में दीपावाली को बड़े धूमधाम के साथ पांच दिनों तक मनाया जाता है। जिसमें पहले दिन कौवे, दूसरे दिन कुत्ते को भोजन कराए जाते हैं। तीसरे दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और चौथे दिन नए साल के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। पांचवा दिन, इस दिन भाई टीका होता है, जिसे भारत में भाई दूज भी कहते है। श्रीलंका भारत के दक्षिणी की ओर पड़ता है। श्रीलंका भी भारत का पड़ोसी देश है। दीपावली श्रीलंका का पंसदीदा त्योहारों में से एक है।
यहां तमिल हिंदू की संख्या अधिक है। यहां छोटे-छोटे दीये जलाते हैं, मान्यता है कि दीये एक उज्जवल भविष्य की आशा का प्रतीक हैं। मलयेशिया में लोग दिवाली को ‘हरि दिवाली’ के रूप में मनाते है। जिसका मतलब ‘हरित दिवाली’ होता है, क्योंकि मलेशिया में आतिशबाजी पर प्रतिबंध है। यहां सड़कों से लेकर घरों तक हर जगह जगमगाहट होती है। इस शुभ दिन यहां कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। थाईेलैंड में भी दिवाली को अलग ही अंदाजों में मनाया जाता है।यहां दिवाली को लाम क्रियोंघ के नाम से जाना जाता है, और यह त्योहार लगभग दीवाली समारोह के समान ही है। यह थाई कैलेंडर के अनुसार, 12वें महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। पर थाईलैंड में केले पत्तोंसिर से दीपक बनाकर रात के समय इसे जलाकर शहर को जगमग कर दिया जाता है।
जलते हुए दीपक को नदी के पानी में बहा देते हैं। सिंगापुर में भी फेस्टिवल की रौनक देखने मिलती है। भारत की तरह यहां भी सड़क में जगमगाहट होती है। इसमें कोई शक नहीं कि यहां भी इस त्योहार को बहुत ही उत्साह और उमंग के साथ मनाता है। इंडोनेशिया में भी दिवाली का त्योहार देखने लायक होता है। यहां भी दीवाली के दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है और यहां के लोग भी रोशनी के त्योहार का पूरा आनंद लेते है। इसके अलावा फ़िजी, मॉरीशस में भारतीयों की विशाल आबादी के वजह से दीवाली बहुत उत्साह के साथ मनाई जाती है। यहां भी दीवाली के दिए सार्वजनिक अवकाश रहता है। यहां के लोग मिट्टी के दीये जलाते है। कनाडा में दिवाली को लेकर कोई अवकाश नहीं रहती है। लेकिन अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय लोग रहते हैं। इसी वजह से यहां भी यह फेस्टिवल जमकर मनाया जाता है। यहां केवल हिंदू ही नहीं, बल्कि अमेरिका में अन्य समुदाय के लोग भी इस फेस्टिवल पर रोशनी के इस त्योहार के रंग में रंग जाते हैं।