L19/DESK : शनिवार को देश भर में छोटी दिवाली मनायी जा रही है। इसे नरक चतुर्दशी यानी की नरक चौदस भी कहा जाता है। इस दिन यमराज की पूजा की जाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की भी पूजा-अर्चना की जाती है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है और इस बार यह तिथि 11 नवंबर को दोपहर 1:57 बजे से लेकर 12 नवंबर को दोपहर 2:44 बजे तक रहेगी।
वहीं बात करें छोटी दिवाली की तो यह 11 नवंबर यानी कि आज मनाई जाएगी क्योंकि इस बार नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली के लिए प्रदोष काल 11 नवंबर को प्राप्त हो रहा है। इस दिन (छोटी दिवाली) शाम को दक्षिण दिशा में घर के बाहर मृत्यु के देवता यमराज के नाम का दीपक जलाया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से अकाल मृत्यु का संकट दूर हो जाता है। नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली पर यम का दीपक जलाने के लिए दो शुभ मुहूर्त रहेंगे।
पहला प्रदोष काल और दूसरा वृषभ काल। शाम पाच बज कर 29 मिनट से लेकर रात आठ बज कर सात मिनट तक प्रदोष काल रहेगा, जबकि वृषभ काल की शुरुआत शाम पांच बज कर 26 मिनट से होगी जिसका समापन 7:42 बजे तक हो जाएगा। छोटी दिवाली की शाम को भगवान श्री कृष्ण के सामने घी का एक चौमुखी दीए जलाएं। इसके इसके बाद भगवान कृष्ण को पंचामृत का भोग लगाएं। इसके साथ ही उस वक्त “ॐ क्लीं कृष्णाय नमः” का माला जाप कम से कम 3 बार तक करें। इसके उपरांत अपनी सारी बाधाओं को नष्ट करने के लिए प्रार्थना करें। शंख तीन बार बजाएं और उसके बाद पंचामृत भोग ग्रहण करें।