L19/Ranchi : राजधानी रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती हत्या का आरोपी वारिस मीर हथकड़ी सहित अस्पताल से फरार हो गया। यह मंगलवार की घटना है। वारिस मीर को दो दिन पहले ही बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से इलाज के लिये रिम्स में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात 8 बजे वह कैदी वार्ड में हथकड़ी लगाये घूम रहा था। उस दौरान वारिस की निगरानी में तैनात पुलिसकर्मी इधर उधर घूम रहे थे। मौका देखकर वह कैदी वार्ड से फरार होने मे सफल रहा।
इसके बाद जब पुलिसकर्मी वार्ड में पहुंचे तो देखा कि कैदी का कोई अता पता नहीं है। रिम्स परिसर में खोजबीन शुरु हो गयी, मगर कुछ भी पता नहीं लगा कि कैदी कहां गया। सूचना मिलने पर बरियातू पुलिस रिम्स पहुंची और परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुट गयी। फुटेज में वह रिम्स परिसर से भागता हुआ दिखाई दिया। इसे देखते हुए अब पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी है। बता दें, वारिस मीर पर मई महीने में अपनी पत्नी की जलाकर हत्या करने का आरोप है, जिसके मद्देनजर वह जेल की हवा खा रहा था।
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना रिम्स में हुई हो। इससे पहले भी कैदी अस्पताल से मौका देखकर फरार होने में सफल रहे हैं। साल 2022 के 16 अक्टूबर को हजारीबाग और गुमला से लाये गये दो कैदी रिम्स में भर्ती कराये गये थे। दोनों मौका देखकर ग्रिल तोड़कर फरार हो गये थे।
क्या था पूरा मामला जिसके लिये हुआ था वारिस मीर गिरफ्तार?
वारिस मीर इटकी टिकरा टोली का रहने वाला था। इसी साल मई महीने में उसने अपनी पत्नी की जलाकर हत्या कर दी थी। इसे लेकर मृतका के परिजनों ने वारिस के खिलाफ इटकी थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी। परिजनों ने शिकायत की थी कि दहेज के लिये वारिस ने उनकी बेटी को जलाकर मार डाला। एफआईआर को आधार बनाकर पुलिस ने मई महीने में ही वारिस को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया। उस समय से लेकर अब तक वह बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद था।
रिम्स अस्पताल जेल प्रशासन का कहना है कि हत्या के आरोपी वारिस ने बीते 10 सितंबर को खुद से हाथ काट लिया था। इशके बाद उसे उसी दिन रिम्स में भर्ती कराया गया था। वहां वह अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती था। फिलवाल पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।