L19 DESK : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार कर रहे हैं। उन्होंने कागजात लहराते हुए कहा कि जमीन खरीदने के लिए अपना और मुख्यमंत्री ने अपने परिवार का नाम बदल दिया। बाबूलाल मरांडी ने कहा, ऐसी कई संपत्ति है, जिसकी इन्होंने जानकारी नहीं है। अगर उन्होंने कोई गड़बड़ी नहीं की है, तो डर क्यों रहे हैं । ईडी के सवालों का जवाब दें जाकर, भाग क्यों रहे हैं? गुरुवार 17 अगस्त से शरू हो रही संकल्प यात्रा का जिक्र करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह यात्रा राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए जरूरी है।
राज्य का मुख्यमंत्री भ्रष्ट है, तो वह कैसे भ्रष्टाचार को रोकेगा। मेरे पास एक कागजात है कि इन्होंने जमीन खरीदी है। वर्ष 2002 इन्होंने इसमें अपने नाम में कुमार जोड़ा है और हेमंत कुमार सोरेन कर दिया है। पिता शिबू सोरेन का नाम बदलकर शिव सोरेन कर दिया है। दुर्गा सोरेन का नाम दुर्गा प्रसाद सोरेन कर दिया है। बसंत सोरेन का नाम बसंत कुमार सोरेन है झारखंड में तो भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है। पैसे लेने में अधिकारी डर नहीं रहे हैं, पैसा वसूलना है वसूलो। अधिकारी कहते हैं काम कराना है, तो पैसा तो देना ही होगा। झारखंड में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष की संकल्प यात्रा 17 अगस्त लेकर 18 अक्टूबर तक होगी। यह यात्रा कई विधानसभा से होकर गुजरेगी। बाबूलाल मरांडी ने कहा हम राज्य में घूम- घूम कर लोगों को यह बतायेंगे उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, सिदो कान्हू ने जहां अंग्रेजों के खिलाफ लोहा लिया था। उसी जगह से संकल्प यात्रा शुरू हो गयी भोगनाडीह से। सत्ता में बैठे लोग आदिवासी के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं। भ्रष्टाचार भी राज्य में इस कारण से है कि आदिवासी मुख्यमंत्री होकर आदिवासियों को खूब लूटा है औऱ नाम बदल- बदल कर लूटा है।
राज्य का मुख्यमंत्री ही अगर इस प्रकार का हो तो वहां तो लूटरे, अपराधी भी फले फूलेंगे। राज्य की कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा, आप देख ही रहे हैं राज्य में कानून व्यवस्था की क्या स्थिति है। ईडी जब जांच करती है, तो कहते हैं हम आदिवासी हैं अरे भाई कानून सबके लिए एक है। ईडी ने नोटिस भेजा था, ईडी जो पूछ रही है उसका जवाब दे दीजिए। एक तरफ तो गड़बड़ी करेंगे और सीनाजोरी भी करेंगे तो कैसे चलेगा। बचने के लिए बड़े – बड़े वकीलों को ला रहे हैं भई डर किसका है।