L19/Ranchi : चतरा पंचायत के ग्रामीणों की ओर से 5 नाबालिगों को टाटीसिलवे पुलिस को सौंप दिया है। ये 5 नाबालिग मानव तस्करी के शिकार हुए थे, जिन्हें ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर लिया। बच्चों से पूछने पर उन्होंने बताया कि वे लोग कुरका गांव थाना चैनपुर मेदिनीनगर के रहनेवाले हैं।
1 अगस्त को एक शख्स ने इन बच्चों को घुमाने के लालच देकर धोखे से बोलेरो में बैठाकर स्टेशन ले गया। यहां से उन्हें जबरदस्ती ट्रेन में बैठाकर विशाखापत्तनम ले जाया गया। वहां उन्हें एक कमरे में रखा और पानीपुरी बनाने को कहा गया। जब बच्चों ने इसका विरोध किया तो उनके साथ गाली गलौज और मारपीट को अंजाम दिया गया। बच्चों से मिली जानकारी के अनुसार उन पर निगरानी रखने के लिये वह शख्स उनके साथी ही कमरे में सोता था।
7 अगस्त की रात जब तस्कर गहरी नींद में था, उस दौरान मौके का फायदा उठाकर सभी बच्चे वहां से फरार हो गये। उस समय रात के करीब 10 बज रहे थे। किसी तरह पूछते पाछते बच्चे स्टेशन पहुंच गये और बिना टिकट के 9 अगस्त की शाम को हटिया स्टेशन में उतरे। हटिया स्टेशन से वे मेदिनीनगर जाने के लिये एक ट्रेन मेदिनीनगर नहीं जायेगी। तब बच्चे टाटीसिलवे स्टेशन पर उतर गये।
इन भटकते बच्चों को देख एक ग्रामीण ने उनसे पूछताछ की और मामले की जानकारी ग्रामप्रधान किस्टो कुजूर को दी। इसके बाद ग्रामप्रधान ने बच्चों से पूछताछ कर टाटीसिलवे थानेदार महेंद्र करमाली मौके पर पहुंच सभी बच्चे को थाना ले आये और उसके बाद एक पदाधिकारी के साथ बच्चों को मेदिनीनगर भेज दिय़ा।