L19/Ranchi : विश्व आदिवासी दिवस पर राजधानी रांची के बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में आयोजित कार्यक्रम के नाम पर पौधे उखाड़े जाने पर बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री सह रांची की मेयर आशा लकड़ा ने इसे गंभीरता से लिया।
मंगलवार को पार्क का मुआयना करते हुए मेयर ने कहा कि बीजेपी इस पार्क पर एक खरोंच भी बर्दास्त नहीं करेगी। इस परिसर का कण-कण पवित्र है। राज्य भर के सरना स्थल की मिट्टी यहां प्रतिष्ठित है। मेयर ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बिरसा मुंडा स्मृति पार्क को जिस तरह से नुकसान पहुंचाया जा रहा है, तोड़- फोड़ की जा रही है, पेड़ों को उखाड़ कर फेंक दिया गया यह स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री 74वें राज्यव्यापी वन महोत्सव में लोगों से पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ लगाने एवं पेड़ बचाने की अपील करते हैं। वहीं, स्थानीय प्रशासन पेड़ों को उखाड़कर न सिर्फ पार्क की सुंदरता को नष्ट कर रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयास को भी विफल कर रहा है।
केंद्र सरकार के सहयोग से इस पार्क को आकर्षक ढंग से संवारा गया है 15 नवंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन कर बिरसा मुंडा की जयंती को पूरे भारत में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत कर स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को अविस्मरणीय बनाने की पहल किया। वहीं, स्थानीय प्रशासन के अर्द्धविवेकपूर्ण रवैये के कारण पार्किंग की छत को ड्रिल कर नुकसान पहुंचाया जाना और लोगों के बैठने के लिए बनाये गये मंडप को तोड़ा जाना समझ से बाहर है। झारखंड सहित पूरे देश की जनता के लिए प्रेरणा स्थल है। यह स्थल जनजाति समाज के गौरव भगवान बिरसा मुंडा की तपस्थली, संघर्ष स्थली है जहां धरती आबा ने झारखंड में अंग्रेजो के शोषण के खिलाफ और जनजाति समाज की संस्कृति, पहचान के लिए संघर्ष करते हुए अपनी अंतिम सांस ली थी। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम कहीं दूसरे स्थान पर भी करवाया जा सकता था। इस स्थान से खिलवाड़ करना जनजातीय समाज के गौरव से खिलवाड़ करने जैसा है।
काटे गये पेड़ों की जगह तत्काल नये पेड़ लगाने और पार्क को सुरक्षित रखने की मांग हेमंत सोरेन से की है। साथ ही पार्क को क्षति पहुंचाने के जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने मांग भी की।