L19 DESK : आसनसोल के कारोबारी विष्णु अग्रवाल आखिरकार प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की गिरफ्त में आ ही गये। रांची जिले में हुए अधिकतर लैंड स्कैम के ये सूत्रधार रहे हैं और वैसी जमीनें इन्होंने खरीदी, जिन पर काफी विवाद था। यह सब कुछ फरजी दस्तावेज के जरिये, एक सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। यह सिलसिला तत्कालीन उपायुक्त राय महिमापत रे के समय से शुरू हुआ, लेकिन कामयाबी आइएएस छवि रंजन के रांची डीसी बनने से मिली।
जांच में इडी को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले
लैंड स्कैम के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोपी झारखंड के चर्चित कारोबारी विष्णु अग्रवाल को गिरफ्तारी के बाद प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के विशेष कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अब तक की जांच में इडी को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। इसमें पता चला है कि कारोबारी विष्णू अग्रवाल, पूर्व डीसी छवि रंजन और अन्य फेसटाइम और ह्वाट्सएप के जरिये सारी डिलींग करते थे। विष्णु अग्रवाल और आइएएस छवि रंजन के बीच सरकारी दस्तावेजों के लेन देन, होटल बुकिंग और गोवा टूर से जुड़ी व्यवस्था और इडी की जांच से जुड़ी बातचीत का सारा हिसाब-किताब लिया जाता था।
डीसी रहते छवि रंजन ने विष्णु अग्रवाल को मदद…….
जांच में यह बातें भी सामने आयी है कि रांची डीसी रहते छवि रंजन के अपने कई चहते लोगों को विष्णु अग्रवाल के न्यूक्लियस मॉल, न्यूक्लियस हाइट्स समेत अन्य जगहों पर नौकरी भी दिलवाई । आइएएश छवि रंजन कारोबारी विष्णु अग्रवाल को ऐसे लोगों का बायोडाटा व्हाट्सप के माध्यम से भेजते थे, जिन्हें नौकरी पर रखवाना होता था। चेशायर होम रोड की खाता 37 के लगभग एक एकड़ जमीन, पुंगड़ू मौजा की 9.33 एकड़ भूमि और सिरमटोली की 5.88 एकड़ भूमि, बरियातू रोड स्थित मिलिट्री की पांच एकड़ जमीन से जुड़ी जांच में भी छवि रंजन ने विष्णु अग्रवाल की मदद की है। डीसी रहते छवि रंजन ने विष्णु अग्रवाल को मदद करने के लिए उनके पक्ष में कई आदेश भी दिए।
लैंड स्कैम में कई हो चुके हैं गिरफ्तार
कारोबारी विष्णु अग्रवाल को इडी की तरफ से भेजे गये चौथे समन के बाद 31 जुलाई की की रात गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी पूर्व से ही तय मानी जा रही थी, क्योंकि लैंड स्कैम की कड़ी में विष्णु अग्रवाल अंतिम मोहरा बताये जा रहे थे। अब तक कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल, दिलीप घोष ,रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप, कथित रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान, भरत प्रसाद, मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार कर चुकी है।