L19/DESK : झारखंड में मानसून जुलाई के आखिरी सप्ताह तक कमजोर है ऐसे में राज्य में सुखाड़ उत्पन्न होने की संभावना जताई जा रही है। इधर बीते दो दिन से राज्य में मानसून एक बार फिर सक्रिय है, कई हिस्सों में पिछले दो दिनों से रुक रुककर बारिश हुई है। इस बीच मानसून के दोबारा सक्रिय होने से किसानों में थोड़ी बहुत उम्मीदें बढ़ी है, लेकिन राज्य में इस बार 1 जून से 30 जुलाई तक औसत से भी प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग संभावना जाहिर कर रहा है कि राज्य में तीन अगस्त तक अभी बारिश होगी। इस बीच मौसम विभाग ने बताया कि अभी भी राज्य के कई हिस्सों में औसत से कम बारिश हो रही है। रांची में भी 29 जुलाई की रात बारिश हुई इसके बाद से तेज बारिश नहीं हुई है,हालांकि मध्यम दर्जे की बारिश रुक- रुक कर हो रही है। झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई,इस दौरान एक दो स्थानों पर बहुत भारी वर्षा भी हुई। राज्य में सबसे अधिक 125.5 मिलीमीटर बारिश लातेहार में हुई है। रांची में 26.1 और रामगढ़ में 25.6 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार अनुमान लगाया जा रहा है आने वाले दिनों में झारखंड में बदले मौसम के मिजाज से उम्मीद की जा रही है कि इस बार बारिश की कमी पूरी हो जायेगी। 29 जुलाई को मौसम विभाग ने जानकारी दी थी कि राज्य में 49 प्रतिशत कम बारिश हुई है जबकि 30 जुलाई को जारी आंकड़े में तीन प्रतिशत की कमी आयी और कम बारिश का अनुपात 46 प्रतिशत रहा। इस बार उम्मीद की जा रही है कि राज्य में कम बारिश के आंकड़े में कमी और दर्ज की जायेगी। मौसम का सबसे ज्यादा असर चतरा और लोहरदगा जैसे जिले में है यहां राज्य के 12 से अधिक जिलों में सामान्य से 50 फीसदी कम बारिश हुई है।