L19 DESK : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन शुक्रवार को मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने सदन के बाहर हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर हमला बोला है। विधानसभा के बाहर पोस्टर लेकर बीजेपी विधायकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि झारखंड में अपराधी बेलगाम हो गये हैं। कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। विधानसभा से कुछ ही दूरी पर है दलादली. वहां एक युवा नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम है। हेमंत सोरेन सरकार को इस्तीफा देकर जनता से माफी मांग लेनी चाहिए।
बिरंची नारायण राज्य की क्या कहें, राजधानी रांची की भी कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। राज्य के आदिवासी मुख्यमंत्री के शासन में आदिवासियों की हत्या की जा रही है। दो दिन पहले सुभाष मुंडा की हत्या कर दी गयी। एक दिन पहले अजय मुंडा, जो आजसू के नेता हैं, उन पर गोली चलायी गयी। ऐसा लगता है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के शासन में आदिवासियों पर हमले हो रहे हैं। बिरंची नारायण ने मुंडा जनजाती को ख़त्म करने का आरोप लगाया। पूर्व शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने सरिया में महिला को निर्वस्त्र कर उसे रात भर पेड़ से बांधकर रखने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। दलादली में सुभाष मुंडा की उनके ऑफिस में घुसकर हत्या कर दी गयी। कहा कि झारखंड में आदिवासी बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में कोई सुरक्षित नहीं है। अगर सरकार चाहती, तो अपराध पर नियंत्रण हो सकती थो । लेकिन, जब से राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार आयी है, अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ गया है। वे दिन-दहाड़े घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। विधायक अमर बाउरी ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर झारखंड का आज सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। जिस तरह से सुभाष मुंडा की हत्या की गयी है, सरिया की एक महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया और उसे रात भर पेड़ से बांधकर रखा गया। पाकुड़ में जिस तरह आदिवासियों से दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। जिस दिन से यह सरकार सत्ता में आयी है, तब से ऐसी घटनाएं बढ़ीं हैं। इससे पूरा झारखंड शर्मसार है।