L19 DESK : राजधानी रांची के लालपुर थाने में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक (दारोगा) शशांक कुमार के खिलाफ अब पुलिस महकमे की तरफ से विभागीय कार्रवाई संचालित की जायेगी। शशांक कुमार के खिलाफ दूसरी शादी करने का आरोप लगा है। अगर लगा आरोप प्रमाणित हो गया, तो शशांक कुमार के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी। झारखंड पुलिस मुख्यालय की तरफ से रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक कौशल किशोर को पत्र लिख कर लालपुर थाना कांड संख्या 255/2022 का सुपर विजन कराने का निर्देश दिया है। लिखे गये पत्र में कहा गया है कि सुपरविजन का काम पुलिस उपाधीक्षक अथवा पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों से ही कराना जरूरी है।
पुलिस मुख्यालय ने लिखा है कि जानकारी मिली है कि संबंधित विभागीय कार्यवाही संभवत डीएसपी बुंडू द्वारा की जा रही है, शशांक कुमार को बुंडू डीएसपी के कार्यालय से टैग करते हुए विभागीय कार्रवाई का निष्पादन 15 दिनों के अंदर कराना सुनिश्चित किया जाये। शिकायतों के आधार पर प्रथम दृष्टया पाया गया है कि दारोगा शशांक कुमार ने दो शादी की है, जो सरकारी सेवा संहिता के विरूद्ध है। यदि शशांक कुमार के विरुद्ध दूसरी शादी करना प्रमाणित होता है तो इस कृत्य के संबंध में विभागीय कार्रवाई संचालन करना सुनिश्चित करें। लालपुर थाना में पदस्थापित रहने के दौरान दारोगा शशांक कुमार से एक युवती के मोबाइल फोन गुम होने की शिकायत पर दारोगा ने युवती का न सिर्फ दैहिक शोषण किया, बल्कि उससे शादी का प्रलोभन देकर संबंध भी बनाया।
पीड़ित युवती ने आठ दिसंबर 2022 को लालपुर थाने में दारोगा शशांक कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस मामले को न सिर्फ दबा दिया गया, बल्कि पीड़िता को केस उठाने की धमकी तक दी गयी। शिकायत में कहा गया था कि युवती मोबाइल गुम होने की शिकायत करने लालपुर थाना पहुंची थी। इसके बाद फोन नंबर जान कर दारोगा शशांक बराबर उसे फोन करने लगा। शादी का प्रलोभन देकर कई बार यौन शोषण किया, जब युवती गर्भवती हो गयी, तो लालपुर थाना परिसर स्थित मंदिर में शशांक ने पीड़ित युवती से शादी भी रचा ली।
बाद में उसने बहाना बनाकर युवती को अपने साथ नहीं रख कर वापस रांची के एक हॉस्टल में छोड़ दिया और दूसरी युवती से शादी कर ली। इसके बाद युवती ने दुष्कर्म के आरोप में शशांक के खिलाफ आठ दिसंबर 2022 को लालपुर थाना में केस दर्ज कराया। इस मामले में आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी, तब पीड़ित युवती ने आरोपी दारोगा द्वारा केस उठाने की धमकी देने से संबंधित मामले को लेकर सीआइडी मुख्यालय में शिकायत की थी।