L19/DESK : पूर्व विधायक और हजारीबाग के कद्दावर नेता माने जानेवाले गौतम सागर राणा ने अब जनता दल यूनाईटेड को भी छोड़ दिया है। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा देकर जदयू का दामन थामा था। जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने इस्तीफा संबंधी पत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो को भेज दिया है। खीरू महतो ने उनका इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेज दिया है। गौतम सागर राणा ने अपने त्यागपत्र देने का कोई कारण नहीं बताया है।
गौतम सागर राणा झारखंड राज्य गठन के दौरान जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष रहे। वह सत्तारूढ़ राजग की समन्वय समिति के संयोजक और अध्यक्ष भी थे। लंबे समय तक जदयू में रहने के बाद उन्होंने जदयू छोड़ कर राजद में शामिल हुए। जहां वे प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए, बाद में उन्हें हटाकर अभय सिंह को राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अभय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद गौतम सागर राणा ने झारखंड जनता दल नाम से अलग पार्टी का गठन कर लिया था। झारखंड जनता दल का विलय 16 अक्टूबर, 2022 को जदयू में किया गया था। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें उनके समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
गौतम सागर राणा जयप्रकाश आंदोलन से राजनीति कर रहे हैं। वह दो बार बगोदर से विधायक चुने जा चुके हैं। संयुक्त बिहार में ही दो बार एमएलसी भी रहे हैं। वह राजद के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। उनके इस्तीफे के बाद से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।