L19/Ranchi : झारखंड के शिक्षा मंत्री रहे स्व. जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को मंत्री बनाये जाने के कार्यक्रम में माननीयों को हिस्सा लेने नहीं दिया गया। राज्य के पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर, पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन अंसारी समेत अन्य माननीयों को राजभवन के गेट के बाहर ही रोक दिया गया। बेबी देवी को राजभवन के दरबार हॉल में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शपथ दिलाया। लेकिन इस शपथ ग्रहण समारोह में किसी को शामिल होने की अनुमति नहीं मिल रही है. जिससे नाराज होकर जेएमएम के नेता और मंत्री वापस लौटते दिखे। यहां तक की इस समारोह में मीडिया को भी अंदर जाने और कार्यक्रम के करवेज की अनुमति नहीं दी गयी।
मंत्री मिथिलेश ठाकुर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजभवन पहुंचे थे। लेकिन उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गयी। जिससे नाराज होकर वे लौट गये। उन्होंने कहा कि वे इस समारोह में शामिल नहीं होंगे, कहा कि केंद्र के इशारे पर राजभवन काम कर रहा है। यह लोकतंत्र पर कुठाराघात है। मंत्रियों को नहीं जाने देना, उसके कार्यकर्ताओं को नहीं जाने देना और मीडियाकर्मियों को भी नहीं जाने देना, यह पूरी तरह से तानाशाही है। इससे आगे उन्होंने कहा कि राजभवन पूरी तरह से केंद्र के इशारे पर काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आज हमारे स्वर्गीय जगन्नाथ महतो की पत्नी का शपथ ग्रहण है और उनके क्षेत्र के कार्यकर्ताओं व मंत्रियों को नहीं जाने देना यह दर्शाता है कि राजभवन केंद्र और भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। इसकी बड़ी कीमत केंद्र सरकार और भाजपा को उठाना होगा। इससे पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्री हफीजुल अंसारी राजभवन को अंदर जाने नहीं दिया गया। राजभवन की ओर से लगायी गयी पाबंदियों पर उन्होंने आपत्ति प्रकट की।उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को नहीं जाने दिया जा रहा है. मीडिया कर्मियों को राजभवन के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने फौरन फोन लगाकर सीएमओ और राजभवन के अफसरों से बातचीत की और अपनी नाराजगी का इजहार किया। कार्यक्रम में झामुमो के नेताओं, कार्यकर्ताओं को भी अंदर जाने नहीं दिया गया।