L19/Ranchi : बहुचर्चित अग्रवाल बंधु हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी लोकेश कुमार चौधरी समेत तीन अन्य को निचली अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इन पर 25-25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गय़ा है. जुर्माना नहीं देने पर अतिरिक्त एक-एक साल की सजा भुगतना होगा। अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने तीनों दोषियों को शुक्रवार को सजा सुनाई। रांची के हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्याकांड में चार आरोपी जेल में बंद थे। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने घटना में शामिल 4 आरोपियों में से 3 को दोषी ठहराया था। इसमें लोकेश कुमार चौधरी, लोकेश का बॉडीगार्ड सुनील सिंह और गार्ड धर्मेंद्र कुमार तिवारी के नाम शामिल हैं। वहीं चौथा आरोपी ड्राइवर रवि शंकर लाल था जिसे कोर्ट ने निर्दोष ठहराते हुए बरी किया है।
कोर्ट ने दोषी ठहराए जाने के बाद तीनों आरोपी को जेल भेज दिया था जबकि एक आरोपी ड्राइवर रवि शंकर की रिहाई का आदेश दिया था। 26 जून को चारों अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया गया था जहां अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अपना फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने लोकेश चौधरी, सुनील सिंह और धर्मेंद्र कुमार तिवारी को हत्या करने, लाश छिपाने और आपराधिक साजिश रचने सहित आर्म्स एक्ट में दोषी ठहराया था और सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए 30 जून की तारीख निर्धारित की थी। अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसके अनुसार, लोकेश चौधरी ने लालपुर निवासी व्यवसायी बंधु अग्रवाल (हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल) को 6 मार्च 2019 को अशोक नगर स्थित साधना न्यूज चैनल के कार्यालय में आने को कहा था। जहां पैसे की लेन-देन को लेकर उनके बीच विवाद शुरू हो गया।
इसी दौरान लोकेश चौधरी ने दोनों भाई हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल को गोली मार दी। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। अग्रवाल बंधु हत्याकांड मामले में संलिप्त एक अन्य आरोपी एमके सिंह अब भी फरार है। पुलिस के गिरफ्तर से वह अब भी बाहर है। जांच-अनुसंधान और सुनवाई में इसका खुलासा हुआ कि फरार आरोपी एमके सिंह मामले में दोषी लोकेश चौधरी का दोस्त है। मामले में सुनवाई के दौरान गवाहों ने बताया है कि घटना के दिन एमके सिंह का व्यवसायी अग्रवाल बंधुओं से पैसों की लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। वह घटना के वक्त मौके पर मौजूद था। बता दें, अभियोजन पक्ष की ओर से कुल 19 गवाह कोर्ट में पेश किए गए थे।