L19/GIRIDIH : गिरिडीह में एक गरीब परिवार के बच्चियों को दूसरे राज्य में भेजने तथा एक अधेड़ उम्र के साथ फर्जी विवाह करा कर बेचने वाले एक गिरोह का खुलासा किया गया है। जिसमे पुलिस ने इस कार्रवाई को मुफ्फसिल थाना इलाके के उसरी फॉल के पास एक मंदिर के समीप छापेमारी की है।
पुलिस ने इस मामले से जुड़े गिरिडीह के एक दलाल समेत राजस्थान के पांच लोगों के साथ कुल छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इन लोगों के पास से 60 हजार रुपये नगद, शादी के सामान, मिठाई के अलावे छह मोबाइल फोन के साथ अन्य और भी बहुत से समानों को जब्त किया है। अभी पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार किया और थाना ले जाकर उनसे पूछताछ कर रही है।
क्या है मामला कैसे हुआ खुलासा
मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पास एक नाबालिग लड़की की शादी राजस्थान के एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के साथ मंदिर में होने वाली थी। शादी को लेकर पूरी तैयारी भी हो चुकी थी। पर इसी बीच किसी अनजान व्यक्ति ने घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को दे दी। सूचना के अनुसार सीडब्ल्यूसी के जीतू कुमार, वनवासी विकास आश्रम में सचिव सुरेश शक्ति, कैलाश सत्यार्थी की अंजली कुमारी, बचपन बचाओ अभियान एवं मुफ्फसिल थाने की पुलिस ने सभी मंदिरों की तलाशी लेनी शुरू कर दी। इसी बीच सूचना मिली कि गिरोह के सदस्य उसरी फॉल के पास स्थित एक मंदिर में छिपे हुए हैं ऒर वही शादी की तैयारी कर रहे है।
उस समय टीम के सभी सदस्य पुलिस के साथ मौके पर घटना स्थल पहुंचे और दलाल के साथ राजस्थान के पांच गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने कुछ नगद राशि और शादी के कपड़े के अलावा जेवर, मिठाई समेत अन्य सामान बरामद किया। जानकारी के अनुसार जिस नाबालिग लड़की की शादी जबरन हो रही थी उसके घरवालों को एक लाख रुपये देने का भरोसा जताया। दूल्हे एवं उसके घरवालों ने मोटी रकम का भुगतान भी किया गया था, लेकिन शादी से पहले ही दूल्हे को हवालात के पीछे डाल दिया गया।
इस संबंध में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नाबालिग की शादी की सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस समेत अन्य सभी लोग एक्शन में आये और मौके पर ही शादी को रुकवाया। साथ ही छह लोगों को गिरफ्तार करके थाना ले गए, जहां उनलोगों से पूछताछ कि जा रही है।कि कैसे किन लोगों ने बुलाया और कैसे लड़की वालों से संपर्क हुआ। पूरी जानकारी इकठ्ठा की जा रही है।