L19 DESK : हेमंत सोरेन सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सैकड़ों की संख्या में होमगार्ड जवान सड़क पर उतरे। जवान उग्र आंदोलन के मूड में हैं। होमगार्ड के जवानो ने मोरहाबादी मैदान से विरोध प्रदर्शन करते हुए राजभवन के समीप पहुंचे। जहां पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। होम गार्ड के जवानों ने कहा कि सरकार हमसे हर तरह का काम लेती है लेकिन समान काम के बदले समान वेतन नही देती है।
वही होम गार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव राजीव तिवारी ने कहा कि हेमंत सरकार ने वादा किया था,समान काम के बदले समान वेतन दिया जाएगा। लेकिन आज सरकार के बने 3 साल हो गया लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर गई है। महासचिव ने कहा कि इस संबंध में हाईकोर्ट का फैसला भी हमारे पक्ष में है। कोर्ट ने 12 जवनरी 2023 को राज्य सरकार को आदेश दिया था कि 3 माह के भीतर होमगार्ड जवानों को पुलिसकर्मियों के अनुमान्य वेतन सहित अन्य भत्ते दिए जाएं। समान कार्य का समान वेतन का लाभ दिया जाए।
भारत सरकार ने भी राज्य सरकार को इस संबंध में निर्देशित किया लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने इसे धरातल पर लागू ही नहीं किया। होमगार्ड जवानों की मांग है कि उन्हें पुलिसकर्मियों की तरह वेतन-भत्ता मिले। राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी होमगार्ड जवानों को ईपीएफ का लाभ दिया जाए। बिहार की तर्ज पर होमगार्ड जवानों को 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर 1.5 लाख रुपये की राशि एकमुश्त दी जाए।