L19/Saraikela Kharsawan : वीर शहीद रघुनाथ महतो जी को फर्जी बताकर अपमान करने वाले चांडिल के SDO अमित लोहरा द्वारा दिया गया आदेश विवाद का विषय बन गया है। निमड़ी के सुभाष सिंह तथा अन्य ग्रामीणों की ओर से प्राप्त ज्ञापन में कहा गया था की निमड़ी प्रखंड में फर्जी तरीके से शहीद रघुनाथ महतो जयंती का अयोजन किया जा रहा है। इस पर SDO ने निमड़ी के थाना प्रभारी, अंचलअधिकारी और बीडीओ को अपने स्तर पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। मामले पर बात करते हुए रघुनाथ महतो ने कहा कि मेरे दिए गये निर्देश में कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि उन्होंने जयंती को फर्जी बताया है। लेकिन फिर भी अगर उनके आदेश से किसी को ठेस पहुँचती है, तो मैं माफ़ी मांगता हूं।
क्या है पूरा मामला
नीमडीह प्रखंड के बुट पड़ासा घुटियाडीह में मंगलवार को सुभाष सिंह एवं ग्रामीणों ने चांडिल एसडीओ को संयुक्त रूप से दस्तख़त कर एक आवेदन पत्र सौंपा था। पत्र के माध्यम से नीमडीह अंतर्गत ग्राम बुट पड़ासा घुटियाडीह में चुआड़ विद्रोह के महानायक वीर शहीद रघुनाथ महतो की 285वीं जयंती को फर्ज़ी कहकर कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की गयी। एसडीओ ने भी वीर शहीद रघुनाथ महतो को फर्जी मानते हुए कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी कर दिए। पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि इस विषय पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
गौरतलब है कि, 21 मार्च को कार्यक्रम वाले दिन ही एसडीओ ने पत्र जारी किया। उधर, घुटियाडीह गांव के आयोजक शहीद रघुनाथ महतो शांति समिति की ओर से 14 मार्च को ही सर्कल अफसर को लिखित सूचना प्रदान की गयी थी। मंगलवार, 21 मार्च की सुबह नीमडीह पुलिस भी घुटियाडीह गांव पहुंची और आयोजकों को श्रद्धांजलि देने व अन्य कार्य करने पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही, पुलिस ने मौखिक रूप से आयोजकों समेत अतिथि के तौर पर मौजूद आजसू नेता हरेलाल महतो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी दे दी। मगर, पुलिस के मना करने तथा चेतावनी देने के बाद भी आयोजकों तथा नेताओं ने भक्तिपूर्ण श्रद्धांजलि दी और कार्यक्रम को संबोधित किया।