L19 DESK : असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति मामले को लेकर टेट पास अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है। अब ये पारा शिक्षक आंदोलन के मूड मे नजर आ रहे है। असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नियुक्ति के लिए निकले गए विज्ञापन में कई तरह की त्रुटिया होने का आरोप लगते हुए टेट पास अभ्यर्थियों ने 31 जुलाई से विधानसभा के समाने अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है। झारखंड राज्य टेट पास अभ्यर्थियों समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नियुक्ति का त्रुटिपूर्ण विज्ञापन आने के बाद अभ्यर्थियों मे असंतोष है। सोरेन सरकार वेतनमान के बजाय टेट पास अभ्यर्थीयों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर कर रही है। इससे टेट पास अभ्यर्थि खुद को काफी छला हुआ महसूस कर रहे है।
बता दे की झारखंड सरकार के वादाखिलाफी के विरोध में झारखंड राज्य टेट सहायक अध्यापक समन्वय समिति के बैनर तले मानसून सत्र के दौरान विधानसभा के सामने ये अभ्यर्थि अनशन करने का फैसला लिया है। इस संबध में झारखंड राज्य टेट सहायक अध्यापक समन्वय समिति के प्रदेश कमिटी ने सभी जिलों से विचार विमर्श के बाद टेट पास को तत्काल वेतमान मिले और त्रुटिपूर्ण सहायक शिक्षक नियुक्ति विज्ञापन में जरूरी संशोधन के लिए आने वाले विधानसभा सत्र के दौरान 31 जुलाई को विधानसभा के समक्ष अनशन पर बैठने का फैसला लिया है।
अनशन कार्यक्रम का नेतृत्व प्रदेश इकाई के प्रमोद कुमार, मिथलेश उपाध्याय, झरीलाल महतो, मोहन मंडल,संजय महतो, मनोज शर्मा, मीना कुमारी, सीमांत घोषाल, सज्जाद हुसैन, नफीस अख्तर, महेश मेहता, मजहर आलम, मुख्तार अंसारी, मिथिलेश यादव और धर्मेन्द्र कुमार करेंगे।