L19/DESK : झारखंड में महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ होने वाली आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए आठ शहरों में पिंक पेट्रोलिंग योजना की शुरूवात की जाएगी। इन शहरों में होगी शुरूवात- रांची, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, हजारीबाग, दुमका, पलामू और देवघर। इस टीम में सभी महिलाएं होंगी।
पिंक पेट्रोलिंग के माध्यम से खास तौर पर उन लफंगों पर नजर रखी जाएगी, जो महिलाओं के साथ छेड़खानी करते हैं। वैसे लोगों को तुरंत हिरासत में लिया जाएगा। शहर के पार्क, स्कूल-कॉलेज, कोचिंग और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के आसपास खास तौर पर उनकी नजर रहेगी। ताकि महिलाओं को सुरक्षित का माहौल दिया जा सके। पिंक पेट्रोलिंग शुरू करने के लिए सीएसआर फंड की मदद ली जाएगी। पुलिस मुख्यालय इस योजना को अगस्त से लागू करने की तैयारी में है। सीसीटीवी कैमरा लगी गाड़ियां करेंगी पेट्रोलिंग, पिंक पेट्रोलिंग के लिए चयनित शहरों में एक-एक गाड़ी उपलब्ध कराई जाएगी। इनमें सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे, ताकि गड़बड़ी करने वाले व्यक्ति की तस्वीर कैमरे में कैद हो जाए।
इससे मनचलों में भय बना रहेगा। पेट्रोलिंग और कार्रवाई को लेकर अभी एसओपी भी तैयार की जाएगी। पेट्रोलिंग में शामिल महिला पुलिसकर्मियों को किस तरह की कार्रवाई करनी है। यह एसओपी में शामिल होगा, ताकि सभी पुलिसकर्मी को पता रहे। पेट्रोलिंग में एक महिला अफसर के साथ महिला पुलिसकर्मियों को ही शामिल किया जाएगा। महिलाओं की शिकायतों और सुझावों के आधार पर पेट्रोलिंग की जाएगी।
जमशेदपुर में अप्रैल 2018 में स्थानीय स्तर पर पिंक पेट्रोलिंग की शुरुआत की गई थी। इसके लिए दो पेट्रोलिंग वैन और 23 स्कूटी उपलब्ध कराई गई है। वैन में एक एएसआई रैंक की महिला पुलिस अधिकारी और चार महिला सिपाही तैनात रहती हैं। इसके लिए डायल 100 और मोबाइल नंबर 9430774595 जारी किया गया है। इस पर सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच जाती है। पेट्रोलिंग गाड़ियां शहर के सभी स्कूल-कॉलेज का चक्कर लगाती रहती है। छेड़छाड़ और फब्तियां कसने जैसे मामले में तुरंत एक्शन लेती है।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध को देखते हुए देश के कई राज्यों में ऐसी व्यवस्था चल रही है। इनमें उत्तर प्रदेश, असम, कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्य शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में कानपुर, आगरा, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद और मुरादाबाद में पिंक पेट्रोलिंग व्यवस्था चल रही है।
दुष्कर्म 11102 आंकड़े जुलाई 2022 से फरवरी 2023 तक के हैं। 070 अपहरण 845 छेड़खानी 730 दहेज हत्या 146 दहेज उत्पीड़न।