L19/Dhanbad : एनटीपीसी का भभुआ प्लांट बीसीसीएल से कोयला लेगा । बीसीसीएल ने 30 लाख टन के लिए फ्यूल सप्लाई एग्रीमेंट (FSA) की तैयारी कर ली है । 2.5 मिलियन टन कोयला का पहले से चला आ रहा करार का स्थानांतरण दूसरे कंपनी में कर दिया गया है। वही प्रबंधन का कहना है कि बीसीसीएल इस बार आठ मिलियन का नया एफएसए करेगी। इससे पहले डब्ल्यूपीडीसीएल भी कोयला लेना बंद कर देगी। इसका संकेत दे दिया है।
90 लाख टन की जगह अब 30 लाख टन लेगी कोयला
इधर नेशनल फर्टिलाइजर पानीपत, नांगल, भटिंडा प्लांट जैसे ग्राहक बीसीसीएल से 90 लाख टन की जगह अब 30 लाख टन ही कोयला खरीदेगी। 6 मिलियन का एफएसए व कोल इंडिया की कंपनी सिंगरोली से लेना को लेकर कोल इंडिया से अनुमति मांगी है। जिस पर कोल इंडिया ने अपनी मुहर लगा दी है। इसके अलावा, परीछा समेत कई पावर प्लांट ने कोयला लेने में कटौती की है।
कई पावर प्लांट व फर्टिलाइजर कंपनी को एफएसए शिफ्ट किया गया
दूसरी तरफ स्टील सेक्टर बीसीसीएल को नए खरीदार मिल रहें हैंं। आरआइएनएल सहित कई स्टील कंपनी ने बीसीसीएल को कोयला आपूर्ति करने के लिए कहा है। डिमांड बढ़ते देख बीसीसीएल भी ई आक्शन के तहत कोयला लेने का आफर कर रही है ताकि बीसीसीएल को सही राशि मिल सके। बीसीसीएल कोकिंग कोल का उत्पादन करती है। इसकी मांग स्टील उद्योग में काफी है।
बीसीसीएल के तकनीकि निदेशक संजय कुमार सिंह ने कहा है, कई कंपनियों ने अपना एफएसए अन्य कंपनियों में शिफ्ट कर दिया है। कई नई कंपनियों के साथ ठहराव की तैयारी की है। बीसीसीएल को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। कोकिंग कोल का काफी डिमांड है।
एनसीएल के तकनीकि निदेशक जे मल्लिक ने कहा है, कोयला कंपनियां कोयला सप्लाई सही समय पर नहीं कर पा रही हैं। दूरी होने के कारण भी सप्लाई होने में काफी समस्या लग रहा है। इस वजह से कई पावर प्लांट व फर्टिलाइजर कंपनी को एफएसए शिफ्ट किया गया है। एनसीएल बेहतर कर रही है।