L19 DESK : जामताड़ा यूं तो साइबर अपराध के लिए बदमान है ही अब वहाँ के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। दरअसल, करमाटांड़ के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाई करनेवाले करीब 325 छात्रों के साइबर अपराध में संलिप्त होने की उम्मीद है। जब यह सूचना बाहर निकली तो शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले केरल की पुलिस ने शिक्षा विभाग से संपर्क कर बताया था कि साइबर ठगी में गिरफ्तार छात्र ने ठगी की घटना के समय स्कूल में बनी हाजिरी के आधार पर जमानत लेने की कोशिश की। इस सूचना के बाद शिक्षा विभाग ने करमाटांड़ के इस स्कूलों में सख्ती बढ़ा दी गई है। विषयवार शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी स्वयं स्कूल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। छात्रों को अपराध के दलदल से बचाने के लिए लगातार जागरुकता फैलाई जा रही है।
स्कूल अवधि में तीन बार बच्चों की ली जा रही हाजिरी
बता दे की छात्रों की स्कूल अवधि में तीन बार हाजिरी ली जा रही है। स्कूल में प्रार्थना के बाद, टिफिन के बाद, इसके बाद स्कूल में छुट्टी होने से पूर्व तीसरी बार छात्रों की हाजिरी ली जाती है। ताकि स्कूल की अवधि में साइबर अपराध नहीं कर सकें। साइबर डीएसपी मजरुल होदा ने कहा, ‘साइबर अपराध में संलिप्त छात्रों की ट्रैकिंग को लेकर काम किया जा रहा है। फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। साइबर अपराध प्रभावित इलाके के स्कूलों में छात्रों के बीच जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा।
वही इस पूरे मामले पर डीएसई डॉ गोपाल कृष्ण झा ने बताया कि चिह्नित स्कूल में 325 छात्रों की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। इनकी हर स्थिति-परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है। हालांकि ऐसे बच्चों की शिकायत अभिभावक से करने पर वे शिक्षक को ही झिड़क देते हैं।इस कारण शिक्षक भी विवश होकर छात्रों की शिकायत उनके अभिभावक से करने से परहेज कर रहे हैं।