L19/Ranchi : तारा शाहदेव के मामले में रंजीत सिंह कोहली ने अपना गवाह सीएम हेमंत सोरेन क्यों बनाया? इसे खबर से सभी के मन में सवाल उठ रहा है। पूरा मामला सीएम कार्यालय से भेजे गए इफ्तार पार्टी के निमंत्रण कार्ड से जुड़ा हुआ है। सीबीआई ने इस मामले को कोर्ट में साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया है। सीबीआई ने रंजीत सिंह कोहली के ब्लेयर अपार्टमेंट से मुख्यमंत्री कार्यालय से भेजा गया रकीबुल खान नाम से इफ्तार पार्टी का दावत कार्ड बरामद किया था।
जिसे सीबीआई ने कोर्ट में साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया है। रंजीत सिंह कोहली की ओर से बचाव में यह कहा जा रहा है जिसके यहां से यह कार्ड आया है, वह हमको ना जानता है और न हीं हमारा नाम रकीबुल खान है। ऐसे में इस इनविटेशन कार्ड की सच सीएम की गवाहीसे ही होगी। कोहली की दलील हैने कहा सीबीआई ने उसके घर से बनावटी कार्ड निकाला है। क्योंकि वे जिस मकान में किराए में रहते थे और उस मकान की जिम्मेदारी उसके मकान मालिक को सौंपने के लिए मजिस्ट्रेट के सामने उस घर का इन्वेंटरी तैयार किया गया था।
तारा के धर्म परिवर्तन, यौन उत्पीड़न व दहेज प्रताड़ना से संबंधित मामले में मुख्य आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल ने बचाव पक्ष के रूप में 2 गवाहों में से एक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बनाया। अभी तक सीबीआई की ओर से 26 गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी है जिसके बाद बचाव पक्ष को अपना साक्ष्य प्रस्तुत करना है। मामले में रंजीत कोहली समेत तीन आरोपियों का बयान दर्ज हो चुका है कि सीबीआई के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में मामले की सुनवाई किया जा रहा है।
इस घटना के मुख्य आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल के अलावा हाईकोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार बर्खास्त मुश्ताक अहमद एवं कोहली की मां कौशल रानी ट्रायल फेस कर रहे है। आरोपियों के खिलाफ दो जुलाई 2018 को आरोप गठित किया गया था। रंजीत कोहली एवं तारा शाहदेव की शादी 7 जुलाई 2014 को हुई थी। लेकिन शादी के कुछ माह बाद उसे धर्म परिवर्तन करने प्रताड़ित किया गया था। सीएम हेमंत सोरेन के बयान से कितना सत्य सामने आती है।